भाजपा इन दिनं ढ़िंढोरा पीट रही है कि पीएम नरेंद्र मोदी पिछड़ा वर्ग से हैं लेकिन चकित करने वाली बात है कि उनके कैबिनेट सचिवालय के कुल 53 अफसरों में पिछड़ा समाज और एसटी श्रेणी का एक भी अफसर नहीं है.
नौकरशाही डेस्क
आरटीआई से प्राप्त इस सूची में 53 में से जनल कटेगरी के 44 अफसर हैं.
इस सूची के अवकलन से यह बात स्पष्ट होती है कि केंद्र सरकार ओबीसी अफसरों पर या तो भरोसा नहीं करती या उन्हें सरकार के इस महत्वपूर्ण महकमें में काम करने के योग्य नहीं समझती. जबकि नौकरशाही में 35 प्रतिशत तक ओबीसी के अफसर हैं.
एक तरफ जहां कैबिन सचिवालय में ओबीसी और एसटी श्रेणी के एक भी अफसर को जगह नहीं दी गयी है वहीं इस महकमें में एससी श्रेणी के 7 अफसर हैं.
वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने आरटीआई से प्राप्त इस लिस्ट को सोशल साइट पर डाला है.
कैबिनट सचिवनालय की इस सूची के सार्वजनिक होने के बाद फेसबुक पर जोर दार बहस हो रही है. नवनीत ने फेसबुक पर लिखा है कि अफसोस एक भी ओबीसी नहीं. धन्य है फर्जी पिछड़ा सम्राट( नरेंद्र मोदी) किसी को जातिवाद देखना हो तो वह व्यवस्था के अंदर आकर देखे.
आरटीआई से प्राप्त सूची
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