शनिवार को बिहार के नावादा में उठी सांप्रदायिक हिंसा की चिंगारी थमने का नाम नहीं ले रही है। रविवार को भी शहर में जबर्दस्त तनाव व्याप्त है शहर की तमाम दूकानें बंद हैं।
विनायक विजेता
हालांकि प्रशासन ने उस जमादार कमलदेव नारायण सिंह को निलंबित कर दिया है जिसकी गोली से शनिवार को गोंगा रजक नामक छात्र की मौत हो गई थी।
सूत्र बताते है कि गोंगा रजक की मौत नवादा में ही हो गई थी पर एहतियातन उसे घायल करार देते हुए प्रशासन ने उसके शव को पटना भेज दिया था। मृतक के शव को आज नवादा पहुंचने के बाद तनाव बढने की संभावना के मद्देनजर पुरे नवादा में कर्फ्यू जैसी स्थिति बनी है। नवादा जिला प्रशासन ने रविवार को मृतक के परिजनों को मुआवजा के तौर पर एक लाख रुपए का चेक देना चाहा पर परिजनों ने उसे लेने से इनकार करते हुए 10 लाख का मुआवजा और एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग कर दी.
मांग के समर्थन में हजारों लोग खडे हो गए और प्रसाशन विरोधी नारेबाजी सुरु कर दी जिसके बाद माहौल और तनावपूर्ण हो गया । सूत्रों के अनुसार एक वर्ग के लोग नवादा के एसडीपीओ और एसडीएम को तत्काल हटाने की मांग पर अडे हैं। सूत्रों के अनुसार दंगे की खबर मिलते ही शनिवार को नवादा पहुंची रैपीड एक्शन फोर्स के जवान और अधिकारी भी इन दोनों अधिकारियों से नाराज हैं और उन्होंने भी इन दोनों के खिलाफ विद्रोह कर दिया था पर बाद में मामले को किसी तरह निपटाया गया। नवादा में सांप्रदायिक दंगे की खबर मिलते ही शनिवार को राज्य के डीजीपी अभ्यानंद भी नवादा के लिए रवाना हुए पर नवादा की चिंगारी कहीं बिहारशरीफ तक न आ पहुंचे इस ख्याल से उन्होंने बिहारशरीफ के सर्किट हाउस में ही रुकना मुनासिब समझा और वहीं से पूरे घटनाक्रम और स्थिति की मॉनेटरिंग की और देर रात पटना वापस आ गए।
गौरतलब है कि वर्ष 1981 में बिहारशरीफ में भडकी सांप्रदायिक हिंसा पूरे नालंदा जिले में फैल गई थी जिसमें एक हजार से अधिक लोग मारे गए थे। रविवार को भी नवादा में फैले तनाव और कई जगहों पर बेकाबू हुई उपद्रवियों की भीड को संभालने के लिए पुलिस को आठ चक्र आंसू गैस के गोले छोडने पडे। सूत्रों के अनुसार नवादा के विजय बाजार, कचहरी रोड, गोंदा पर सहित लगभग एक दर्जन स्थानों पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। इधर नवादा में अब भी बनी तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पटना के जोनल आईजी सुशील खोपडे और मगध रेंज के डीआईजी नैयर हसनैन खान नवादा में ही कैंप किए हुए हैं। इन दोनों अधिकारियों ने शनिवार और रविवार को रैपीड एक्शन फोर्स और वर्ज वाहन के साथ नवादा के कई संवेदनशल स्थलों का भ्रमण किया और लोगों को समझाने की कोशिश भी की।