प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नशे को बर्बादी का एक बड़ा कारण बताते हुए माता-पिता और समाज से नयी पीढ़ी को इस समस्या के दलदल से निकालने में सहयोग करने का आह्वान किया है। श्री मोदी ने आकाशवाणी पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम पर आज कहा कि नशा एक बड़ी सामाजिक बुराई है और हम सबको मिलकर इस समस्या से निपटने के लिए समग्र प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार नशा मुक्ति के लिए हर कदम उठा रही है और इसके वास्ते जल्द ही हेल्पलाइन स्थापित करने पर विचार किया जा रहा है।
आकाशवाणी पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम ने की अपील
श्री मोदी ने माता-पिता तथा समाज के साथ ही सोशल मीडिया सें भी इस दिशा में ठोस पहल करने का आग्रह करते हुए कहा है कि सोशल मीडिया सशक्त माध्यम है और उसके जरिए इस बुराई से निबटने में आसानी होगी। इसलिए इस मीडिया को नशामुक्त भारत के लिए आंदोलन चलाना चाहिए। उन्होंने मीडिया का भी धन्यवाद किया कि उसने समय समय पर इस मामले को उठाया है और उस पर सार्थक बहस करा रहे हैं। नशे की जकड़ में आए युवाओं से उन्होंने कहा कि वह नशा को अंगीकार करके स्वयं को ही नहीं बल्कि अपने पूरे परिवार को तबाह कर रहे है। उनका कहना था कि युवा पीढ़ी इस दलदल से बाहर आए इसके लिए पूरे समाज को चिंता करनी होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देशवासियों को नशे की चिंता समाज के रूप में करनी होगी। उन्होंने कहा कि कुछ समस्याओं का समाधान चिकित्सीय पद्धति से निकाला जा सकता है, लेकिन कुछ समस्याएं ऐसी है जिनका कोई इलाज नहीं है। वह सब मेडिकल की पहुंच से बाहर है। ऐसी स्थिति में स्वयं व्यक्ति को, परिवार को यार दोस्तों को, समाज तथा सरकार और कानून को मिलकर एक दिशा में काम करना पडेगा। मिलकर ही इससे निबटा जा सकता है, टुकडों में इस समस्या का समाधान संभव नहीं है।
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