निगरानी विभाग की एक छापेमारी ने राजनीतिक और नौकरशाही के हलके में खलबली माचा दी है. पटना नगर निगम के इंजीनियर के ठिकानों पर करोड़ों की सम्पत्ति मिली है. छापामारी अब भी जारी है.
निगरानी के अफसरों की टीम खबर लिखे जाने तक छापेमारी कर रही है. निगरानी सूत्रों ने नौकरशाही डॉट इन को बताया है कि पटना नगरनिगम के इंजीनियर ललन सिंह के घर से अभी तक 35 बैंक अकाउंट जब्त किये जा चुके हैं. इस छापामारी में ललन सिंह के एक बहुमंजिली इमारत का पता चला है जो पाटलिपुत्र स्टेशन के समीप है.
इसकी कीमत लगभग दो करोड़ रुपये आंकी जा रही है. चौकाने वाली बात यह है कि ललन सिंह का ताअल्लुक राजनीति और नौकरशाही के रसूखदार घरानों से है. ललन सिंह पूर्व मंत्री राजो सिंह के भतीजे तो हैं ही उससे भी खास बात यह है कि पटना नगर निगम के कमिशनर कुलदीप नारायण के भी रिश्तेदार हैं.
नौकरशाही डॉट इन ने पिछले दिनों ही नौकरशाही की बड़ी मछलियों के काली काली कमाई करने वालों के खिलाफ निगरानी की छापेमारी की खबर की संभवाना जता दी थी.
निगरानी सूत्रों का कहना है कि ललन सिंह के घर से नोटों की गड़्डी भी जब्त की गयी है लेकिन इन पैसों की गिनती अभी होनी बाकी है. सूत्र ने नौकरशाही डॉट इन को बताया है कि जब्त किये गये बैंक खातों के पैसे कि गिती अभी होनी है.
ललन सिंह के ठिकानों पर छापेमारी में कुछ कागजात ऐसे मिले हैं जो चौंकाने वाले हैं. इन दस्तावेजों से पता चलता है कि ललन सिंह ने अपने बेटे और दीगर रिश्तेदारों के नाम से पटना में फ्लैट्स भी ले रखें हैं. संभव है कि कुछ फ्लैट्स दिल्ली में भी हों.
पिछले कई महीनों के बाद निगरानी ने एक ऐसे अफसर की काली कमाई का भांडा फोड़ा है जो राजनीतिक रूप से बड़े घराने से जुड़ा तो है ही सात ही सात एक बड़े आईएएस अफसर का भी रिश्तादार है.
निगरानी की इस कार्रवाई से जहां राजनीति और नौकरशाही के हलके में हड़कम्प मचा दिया है वहीं निगरानी ने यह संदेश दे दिया है कि अब वह बड़े और प्रभावशाली लोगों को भी नहीं बख्शने वाली.
गौरतलब है कि पटना नगरनिगम में बड़े पैमाने की लूट की शिकायतें पिछले कुछ सालों से आती रही हैं. अभी पिछले ही दिन निगम के मेयर ने भी अनियमितता की जांच की मांग की है.
निगरानी के अफसरान ललन सिंह के ठिकानों के पीछे पिछले तीन महीने से लगे हुए हैं. लेकिन आज सभी सुबूत जमा करके उसने ललन सिंह के ठिकानों पर धावा बोल दिया है.