मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछड़ों के लिए वर्तमान आरक्षण के मानक में संशोधन की जरुरत पर बल देते हुए आज कहा कि इनके लिए निजी क्षेत्रों में भी आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए । उन्होंने पटना के विधान परिषद के एनेक्सी हॉल में पेरियार इंटरनेशनल संस्था की ओर से सामाजिक न्याय के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धि के लिए वीरमणि सम्मान से नवाजे जाने के बाद कहा कि पिछड़ों के लिए वर्तमान आरक्षण के मानक में संशोधन किये जाने की जरुरत है।
सामाजिक न्याय के लिए मिला वीरमणि सम्मान
सीएम श्री कुमार ने इस वर्ग के लोगों को निजी क्षेत्रों में भी आरक्षण की सुविधा मिलनी चाहिए । मुख्यमंत्री ने कहा कि वह बिहार के हित में जरुर काम कर रहे हैं, लेकिन देशहित में जब कोई बड़ा मसला होता है तो उस पर अवश्य बोलना चाहिए । उन्होंने केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि भाजपा नेता चुनाव से पहले विकास की बात किया करते थे और चुनाव जीतने के बाद लव जिहाद, घर वापसी, गौमांस आदि मसलों को जोरशोर से उठा रहे हैं।
श्री कुमार ने कहा कि वर्ष 1925 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बना, लेकिन देश की आजादी की लड़ाई में उसका कोई लेना-देना नहीं रहा । तिरंगे को लेकर संघ का प्यार नया है , लेकिन दूसरे लोगों का इससे प्यार बहुत पुराना है। उन्होंने कहा कि आजकल स्टैंड अप इंडिया और स्टार्टअप इंडिया की बात बहुत की जा रही है, लेकिन कुछ दिन बाद ‘स्लीप इंडिया और लेट डाउन इंडिया’ होगा । श्री कुमार ने कहा कि ताड़ी से जुड़े लोगों के लिए अगले एक वर्ष में रोजगार के बेहतर विकल्प दिये जायेंगे । इसके लिए सरकार की ओर से पहल की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्ण शराबबंदी से राजस्व की जो क्षति होगी, उसकी भरपायी कर ली जायेगी । शराब नहीं पीने से लोगों को जो पैसों की बचत होगी, उससे वे अपने बच्चों की शिक्षा और परिवार की बेहतरी में लगायेंगे ।