बिहार सरकार ने नियम विरूद्ध काम कर रहे निजी नर्सिंग होम और निजी अस्पताल की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमिटी का गठन किया है । विधानसभा में आज भारतीय जनता पार्टी के नितिन नवीन, डा.सुनील कुमार, व्यासदेव मंडल और रामनारायण मंडल के ध्यानाकर्षण का जवाब देते हुए प्रभारी स्वास्थ्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि पटना शहर और बाईपास इलाके में खुले नर्सिंग होम में बिचौलियों के माध्यम से मरीजों के शोषण से संबंधित सूचना पर सरकार ने संज्ञान लेते हुए ऐसे निजी अस्पताल एवं नर्सिंग होम की जांच के लिए निदेशक प्रमुख (प्रशासन) की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमिटी गठित की है ।
विधान सभा में मंत्री ने कहा
उन्होंने बताया कि कमिटी को दो माह के अंदर विभाग को रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया गया है । श्री कुमार ने कहा कि राज्य में 28 नवम्बर, 2013 से बिहार नैदानिक स्थापन (रजिस्ट्रेशन एवं विनियमन) नियमावली 2013 लागू है, जिसके तहत राज्य में नर्सिंग होम , अस्पताल, एक्स रे सेंटर और पैथोलॉजी लैब आदि का निबंधन कराना अनिवार्य है । उन्होंने कहा कि इस नियमावली को सख्ती से लागू किया जायेगा । इससे पूर्व श्री नवीन और डा. सुनील कुमार ने कहा कि पटना शहर और इसके बाईपास पर कई निजी नर्सिंग होम अस्पताल खुले हुए है, जहां दलालों के माध्यम से मरीजों को फंसा कर लाया जाता है और उनका आर्थिक शोषण किया जाता है । उन्होंने कहा कि इनमें से कई अस्पताल और नर्सिंग होम का न तो निबंधन है और न ही वहां कोई मूलभूत सुविधा है । श्री नवीन ने जांच कमिटी में स्थानीय विधायक को भी रखे जाने का आग्रह किया ।