आज पटना में ‘ट्रैक चाइल्ड सिस्टम’ पर राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। राज्य सरकार के प्रतिनिधि, एनजीओ के प्रतिनिधि और मीडियाकर्मियों के लिए आयोजित इस परामर्श सेशन में वक्ताओं ने बच्चों की तलाश और उसके पुनर्वास पर चर्चा के दौरान कहा कि निधि और प्रक्रिया में ही गुम हो जाता है सरकार का संकल्प। इस पूरे सेशन में ट्रैकिंग के विभिन्न आयामों पर चर्चा के साथ इस बात पर भी चिंता जतायी गयी कि प्रक्रियागत बाधाओं के कारण इस क्षेत्र में काम करने वालों को परेशानी हो रही है। और इन परेशानियों का निदान कहीं से होता नहीं दिख रहा है। इसका आयोजन प्लान इंडिया, जीएनके और इक्वेलिटी फाउंडेशन और नेशनल पोस्टकोड लोटेरीज ने किया था।
बिहार ब्यूरो
महिला थानाध्यक्ष छात्राओं को आत्मरक्षा का गुर सिखाएंगी
इस मौके पर गृह विभाग में विशेष सचिव (एडीजी) आलोक राज ने कहा कि बच्चों की तस्करी में जुटे लोग काफी संगठित और ताकतवर हैं, जबकि पीडि़त व्यक्ति हर मामले में कमजोर होता है। इस कारण इस धंधे में लगे लोग कानूनी लड़ाई में जीत जाते हैं। उन्होंने इस अभियान के विविध आयामों पर विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि एनजीओ, सरकार और पीडि़तों के लिए काम कर रहे लोगों के बीच समन्वय से ही इस समस्या अंकुश लगाया जा सकता है। पुनर्वास के लिए समन्तिव प्रयास किए जाने की भी जरूरत है। रेल आइजी पंकज दरार ने कहा कि पश्चिम बंगाल व नेपाल के सीमावर्ती जिलों में यह समस्या गंभीर है। इन इलाकों से रोजगार की तलाश में भी बड़ी संख्या में लोग पलायन करते हैं। वैसी स्थिति में पहचान करना भी बड़ी समस्या है।
एसपी कमजोर वर्ग हरप्रीत कौर ने कहा कि आइजी कमजोर वर्ग के मार्गदर्शन में छात्राओं को आत्मविश्वास के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्हें स्वरक्षा के गुर भी सिखाए भी जा रहे हैं। मानव तस्करी के खिलाफ पुलिस को अधिक संवेदनशील, प्रशिक्षित व प्रतिबद्ध बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों के अधिकारों की रक्षा की भावना जागृत करने के लिए थानाध्यक्षों को किशोर कल्याण पदाधिकारी भी नियुक्त किया गया है। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता डीजे नारायण ने भी इस संबंध में अपनी राय रखी।
कार्यशाला में एनजीओ को कई प्रतिनिधियों ने भी अपनी बात रखी और कहा कि मानव तस्करी सिर्फ कानूनी ही नहीं, सामाजिक समस्या भी है। इसके लिए समाज में भी जागरूकता आने की आवश्यकता है। इस मौके पर राज्य महिला आयोग की सदस्य चौधरी मायावती, रफय इजाज हुसैन, प्रमिला कुमार, राहुल आदि मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन इक्वेलिटी फाउंडेशन की नीना श्रीवास्तव ने किया।