केंद्र सरकार ने केरल में निपाह विषाणु के प्रभाव को नियंत्रण में बताया और लोगों से सोशल मीडिया में चल रही अटकलों तथा अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील करते हुए कहा कि इससे दहशत में आने की जरुरत नहीं है।
केंद्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज नई दिल्ली में निपाह से निपटने के उपायों पर एक समीक्षा बैठक के बाद यह टिप्पणी की। बैठक में केरल में सामने आए निपाह वायरस के मामलों और इनमें हुई मौतों के संबंधों में विस्तृत रुप से चर्चा की गयी। बैठक में मंत्रालय की सचिव प्रीति सूदन और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक बलराम भार्गव के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा केरल सरकार के उच्च अधिकारी मौजूद थे। श्री नड्डा ने संबंधित अधिकारियों को निपाह से बचाव के लिए केरल सरकार को हर संभव सहयोग और मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। इससे पहले केंद्रीय मंत्री के निर्देश पर वरिष्ठ तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों का एक दल केरल भेजा गया है।
केंद्रीय चिकित्सकों के दल ने कई स्थानों का दौरा किया है और कुछ पीड़ित परिवारों के आवास को भी देखा है। इन आवासों से पकडे गये चमगादडों के 60 नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गये हैं। दो मामलों में निपाह विषाणु की पुष्टि हुई है। केंद्र सरकार ने कोझिकोड में बीमारी के प्रभाव का आकलन करने के लिए चिकित्सकों और विशेषज्ञों का एक दल भेजा है। अभी तक सात पीड़ितों को कोझिकोड और एर्नाकुलम के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। अस्पतालों को मरीजों का इलाज करने तथा नमूने की जांच करने में संबंधित नियमों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिये गये हैं।