नीतीश कुमार ने पत्रकारों को पेंशन, नियोजित शिक्षकों को वेतन और आयुष डॉक्टरों के रिटायरमेंट की उम्र बढ़ा कर 67 साल करने की घोषणा की.
सोमवार को अपनी सरकार के दस साल का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए नीतीश ने डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की उम्र सीमा में दो वर्ष का इजाफा कर दिया.
एक बडा प्रशासनिक ऐलान करते हुए नीतीश ने कहा क लोक शिकायतों के निवारण का कानूनी अधिकार देने के लिए आगामी सत्र में एक विधेयक लाया जाएगा. इसका मलब हुआ कि जनता को मिलने वाली सेवा उनका कानूनी हक होगा. यह कानून अपने आप में दूरगामी प्रभाव वाला माना जा रहा है.
साथ ही सरकार ने पंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से नियोजित सभी प्रशिक्षित, अप्रशिक्षित, प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक और पुस्तकालयाध्यक्ष को 1 जुलाई के प्रभाव से वेतनमान देने का फैसला लिया है।
उन्होंने किसान सलाहकार के मानदेय में दो हजार जबकि टोला सेवक और शिक्षा स्वयंसेवी के मानदेय में तीन हजार रुपये की वृद्धि किये जाने की भी घोषणा की। टोला सेवक और शिक्षा स्वयंसेवी की सेवा और सामाजिक उत्थान से संबंधित कार्यों के लिये 60 वर्ष की आयु तक ली जाएगी। आयुष चिकित्सा शिक्षा सेवा के चिकित्सकों की सेवा निवृति की आयु सीमा बढ़ाकर 67 वर्ष की जाएगी।
उन्होंने पत्रकारों के लिए पेंशन योजना एक अगस्त 2015 से लागू किए जाने की घोषणा की. जब नीतीश ने यह ऐलान किया तो संवाद कक्ष में मौजूद पत्रकारों ने तालियां बजा कर इस फैसले का स्वागत किया.
नीतीश ने इस अवसर पर पिछले दस साल में सरकार की उपलब्धियों की चर्चा की और रिपोर्ट कार्ड पेश किया.