शिक्षक दिवस के मौके पर आज पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों का सेवाशर्त जल्द लागू करने की बात कही. उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षकों का सेवाशर्त जल्द लागू होगा, जिसमें बहुत अधिक सुविधाएं दी जाएंगी. अब माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की बहाली केंद्रीयकृत तरीके से होगी.
नौकरशाही डेस्क
उन्होंने शिक्षकों से हाथ जोड़ कर कहा कि बिहार ज्ञान की भूमि है. पुराने नालंदा विवि को पुनर्जीवित किया गया. नालंदा के तेलहाड़ा की खुदाई हो रही है. यहां भी पुराना गौरवशाली इतिहास है. इसलिए आप अपनी चिंता हम पर छोड़ दीजिए और बच्चों को अच्छी शिक्षा दीजिए. मन से पढ़ाइए. नियोजित शिक्षकों को 2015 जुलाई से ही वेतनमान दे दिया है. अब 7 वां वेतन आयोग के अनुरूप नियोजित शिक्षकों भी वेतन में बढ़ोत्तरी होगी. जिन शिक्षकों को पढ़ाने की कला नहीं आती, उनके प्रशिक्षण के लिए विश्व बैंक से 2200 करोड़ कर्ज लेकर प्रशिक्षण की व्यवस्था करा रहे हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाईस्कूलों के 14 शिक्षकों को सम्मानित करते हुए कहा कि प्राथमिक को माध्य और मध्य विद्यालय को हाई स्कूल और हाईस्कूल को प्लस टू बनाया गया. शिक्षकों का नियोजन भी किया गया. अब हमारी सबसे बड़ी चुनौती बच्चों को गुणवततापूर्ण शिक्षा देना है. शिक्षकों की समाज में महत्वपूर्ण स्थान है. इसलिए संकल्प लें कि बच्चों को ठीक से पढ़ाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार ने तय किया है कि हाई स्कूल और प्लस टू स्कूल स्थापना के लिए एक एकड़ नहीं, बल्कि पौने एक एकड़ (75 डिसमिल) जमीन ही चाहिए. प्रत्येक पंचायत में कम से कम एक प्लस टू होगा. अब तक 5 हजार से अधिक पंचायतों में प्लस टू स्कूल स्थापित हो चुके हैं. इसके अलावा भी मुख्यमंत्री ने कई बुनयादी सुधार के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दुहराई.