जहानाबाद में पिछले दिनों निर्वस्त्र कर पिटाई की शिकार मिहला पुलिस सुरक्षा में पीएमसीएच में इलाज करवा रही थी. लेकिन सोमवार सुबह अचानक वह सभी को चकमा देकर फरार क्यों हो गयी?
विीनायक विजेता
बीते 16 जुलाई को जहानाबाद के सदर थाना अंतर्गत निजामदीपुर गांव में पब्लिक की पिटाई से बुरी तरह घायल पीएमसीएच में इलाजरत संगीता देवी उर्फ ‘धोबड़ी वाली’ सोमवार को अहले सुबह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गई। संगीता देवी की देखभाल के लिए उसके साथ उसकी बेटी भी अस्पताल में थी वह भी फरार है।
इसी बारे में- इतना क्रूर है इंसान
गौरतलब है कि 16 जुलाई की देर रात संगीता देवी और नदौना गांव निवासी उसके एक युवा पुरुष मित्र मुन्ना सिंह को निर्वस्त्र कर पुलिस के सामने ही निजामदीपुर गांव में पीटा गया था। इन दोनों पर जमीन खरीदने के नाम पर 15 लाख की नकदी लेकर संगीता सिंह के निजामदीपुर स्थित आवास उपर गए चुन्नू शर्मा (अलीपुर) एवं राकेश कुमार (दरियापुर) की हत्या कर लाश गायब करने का आरोप था।
बाद में इन दोनों युवकों की हत्या कर फेकी गई लाश पटना के सिगोड़ी थाना क्षेत्र से बरामद की गई थी। इन दोनों युÞवको की लाशों का ठिकाने लगाने में लाल रंग की दो बोलोरो गाड़ी का इस्तेमाल किया गया था जिसमें एक गाड़ी मुन्ना सिंह के भाई की थी तथा एक गाड़ी को उसके ड्राईवर को झांसे में लेकर भाड़े पर मंगाई गई थी। पुलिस ने तीन दिन पूर्व मुन्ना की गाड़ी ड्राइवर बड़े लुहार को उसके गांव अमैन से गिरफ्तार किया जबकि दूसरे गाड़ी के ड्राइवर रुपेश पंडीत को उसके गांव बभना से गिरफ्तार किया गया।
रुपेश जिस गाड़ी को चलाता था घटना के बाद उसे पटना में छूपा कर रखा गया था जहां से रविवार को इस गाड़ी को भी बरामद कर जहानाबाद ले जाया गया है। पूरे मामले की परत दर परत खुलता देख संगीता देवी को यह एहसास हो चला था कि अब इस दोहरे हत्या मामले में वह बच नहीं सकती और अपने को चारो तरफ से घिरता देख वह सोमवार को पीएमसीएच से फरार हो गई। संंभावना है कि संगीता देवी को पीएमसीएच से फरार कराने में उसके कुछ जहानाबादी पुरुष मित्र की संलिप्तता हो। संगीता देवी के फरार होने के बाद हरकत में आए पुलिस के आलाधिकारियों ने पटना और उसके आसपास के सभी जिलों को अलर्ट कर वाहनों की चेकिंग करने का निर्देश जारी किया है।
पटना में छिपे होने की आशंका
संगीता सिंह का पटना में ही छिपे होने की आशंका है क्योंकि सोमवार को दोपहर बारह बजे तक उसके मोबाइल टावर का लोकेशन पटना में ही बता रहा था। इधर जहानाबाद में गिरफ्तार किए गए मुन्ना सिंह का चालक बड़े लुहार ने पुलिस को बताया कि 15 जुलाई की रात मुन्ना सिंह ने सिंचाई विभाग में भाड़े पर चलने वाली अपनी बोलेरो गाड़ी को अपने घर मंगवाया था और बड़े का अहले सुबह आने की बात कहकर गाड़ी अपने पास रख ली थी।
16 जुलाई को सुबह जब ड्राइवर बड़े लुहार मुन्ना सिंह के पास पहुंचा तो मुन्ना उसे गाड़ी को अच्छी तरह से धोकर सिंचाई विभग में ले जाकर लगा देने को कहा था।