पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू के प्रवक्ताओं के बयान को ज्यादा तूल नहीं देने की नसीहत देते हुए कहा कि भाजपा जदयू के बागी विधायकों के साथ मिलकर पार्टी को तोड़ने का सपना देख रही है, लेकिन वे इसमें कामयाब नहीं होंगे। श्री कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रवक्ताओं को बयान देने की जरूरत नहीं थी, लेकिन पार्टी में यह सब चलता रहा है । उन्होंने कहा कि पूरे मामले को फिलहाल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष देख रहे है, इसलिए इसें ज्यादा तूल नहीं दिया जाना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई का अधिकार पार्टी अध्यक्ष के पास है। उन्होंने कहा कि राजनीति में इस तरह की बयानबाजी थोड़ी बहुत चलती है, लेकिन सभी को अपनी बात सीमा के अंदर ही करनी चाहिए। श्री कुमार ने कहा कि भाजपा के नेता जदयू के बागी विधायकों के साथ पार्टी को तोड़ने का सपना देख रहे हैं। लेकिन उनकी पार्टी अंदर से भी काफी मजबूत है, इसलिए उन्हें जदयू तोड़ने का सपना देखना छोड़ देना चाहिए।
शिवानंद का प्रहार
उधर पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा है कि नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी को तमाशा बना दिया है। पार्टी का एक प्रवक्ता मुख्यमन्त्री को कहां जाना और नहीं जाना चाहिये, का पाठ पढ़ा रहा है। दूसरे वरीय नेताओं और मंत्रियों को पार्टी छोड़ कर भाजपा में जाने की सलाह दे रहा है। दोनों प्रवक्ता अपने बयान से पीछे नहीं हट रहे हैं। बल्कि आग में और घी ही डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी समझ रहे हैं कि अपनी मर्जी से ऐसा बयान देने की हैसियत इन प्रवक्ताओं की नहीं है। यह सब नीतीश कुमार के निर्देश पर ही हो रहा है इस पर सन्देह की कोई गुंजाइश नहीं है।