पूर्व सीएम जीतनराम मांझी का एक सूत्री अभियान सीएम नीतीश कुमार को उखाड़ फेंकने का है। इसी बात का आह्वान वह बिहार भर में कर रहे हैं। आज पटना में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने नीतीश कुमार को जमकर कोसा और कहा कि यदि उनके फैसलों को लागू नहीं किया गया तो जनता सबक सीखा देगी।
नौकरशाही ब्यूरो
इस मौके पर मांझी ने हाईकोर्ट के फैसलों के संदर्भ कहा कि नीतीश कुमार में थोड़ी भी मर्यादा बची हो तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। मांझी ने इस बात को फिर दुहराया कि हर विभाग में करोड़ों का घोटाला होता है और उसे सीएम का संरक्षण भी मिलता है। उन्होंने कहा कि जब हमने इस पर अंकुश लगाने का प्रयास किया तो हटाने की मुहिम तेज कर दी गयी। उन्होंने इस बात भी खुलासा किया कि उनके पास विधानसभा भंग कर सीएम बने रहने का विकल्प था, लेकिन विधायकों के मान-सम्मान के लिए हमने विधानसभा भंग नहीं किया।
आज की बैठक में मांझी खेमे के कई विधायक मौजूद नहीं थे। बैठक में नरेंद्र सिंह अपने दोनों पुत्रों के साथ मौजूद थे। लेकिन हम के संयोजक वृषण पटेल, नीतीश मिश्रा और महाचंद्र प्रसाद सिंह आदि नहीं पहुंचे। बैठक में भीड़ काफी थी। लोगों में काफी उत्साह भी था। उल्लेखनीय है कि इसके पहले मांझी मुजफ्फपरपुर में सभा को संबोधित कर चुके हैं। 20 अप्रैल को पटना में होने वाली रैली में वह नयी पार्टी के नाम की घोषणा करेंगे।