मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि वह नीतीश कुमार की टिप्स और परामर्श से राज चला रहे हैं। आज पटना में जनता दरबार के बाद पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने बताया कि उनके व पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच कोई मतभेद नहीं है। नीतीश नीतियों के निर्धारण के संबंध में टिप्स देते हैं और हम उसी के अनुकूल काम करते हैं। श्री मांझी ने कहा कि नीतीश जी को उन पर भरोसा है। वह उनके ही कार्यों को आगे बढ़ा रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नीतीश जी संगठन का काम देख रहे हैं और हम सरकार का कामकाज देख रहे हैं। मतभेद जैसी कोई बात नहीं है।
बिहार ब्यूरो प्रमुख
श्री मांझी ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में बिहार की उपेक्षा हुई है। बिहारी से आने वाले मंत्रियों को सम्मानजनक विभाग नहीं दिया गया। राजीव प्रताप रुडी वाजपेयी सरकार में कैबिनेट मंत्री थे और इस सरकार में उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पहली बार सांसद बनी स्मृति इरानी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है, जबकि पांच बार सांसद रहे रामकृपाल यादव को राज्यमंत्री बनाया गया है। यह बिहार के लिए अपमानजनक है।
राज्यपाल गया में खोलेंगे डेंटल कॉलेज
राज्यपाल डीवाई पाटिल से मुम्बई जाकर मुलाकात करने के संबंध में सीएम ने कहा कि उनकी तबियत खराब चल रही है और अब उनके बिहार लौटने की संभावना कम है। राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल इसी महीने समाप्त हो रहा है। इसी कारण औपचारिक मुलाकात करने गया था। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्यपाल कई शिक्षण संस्थानों का संचालन भी करते हैं। हमने उनसे आग्रह किया कि गया में एक डेंटल मेडिकल कॉलेज खोले। इस पर उन्होंने अपनी सहमति जतायी और भरोसा दिलाया। राजद व जदयू के विलय के संबंध में श्री मांझी ने कहा कि यह निर्णय पार्टी के वरिष्ठ नेता करेंगे। सीएम ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बिहार में बाढ़ की समस्या के स्थायी समाधान के लिये हाई डैम का निर्माण कराने, सिंचाई की लम्बित योजनाओं में अंतरप्रांतीय बाधाओं को दूर करने और गंगा की धारा को अविरल बनाने की मांग को लेकर पत्र लिखा है।