नीतीश के नये निजाम में मंत्री के रूप में कई नये चेहरे होंगे तो कुछ पुराने चेहरे गायब हो सकते हैं. जबकि उनके मंत्रिमंडल में एक नया परिवार जुटेगा वह है पासवान परिवार, जबकि मुस्लिम विधायकों की संख्या घटेगी.
शपथग्रहण संभव है आज शाम हो. ऐसे में अभी से मंत्रियों के संभावित नाम की चर्चा हो रही है. जद यू के कुछ चेहरे जो नीतीश कुमार के विश्वस्त हैं वे तो मंत्री बनेंगे ही. कुछ नये चेहरे भी आ सकते हैं. पुराने चेहरों में अगर ललन सिंह,श्रवण कुमार व बिजेन्द्र यादव हो सकते हैं तो नये चेहरे में गुलाम रसूल बलियावी का नाम आ सकता है. ऐसे में माना जा रही है कि खुर्शीद आलम को बाहर जाना पड़ सकता है. वहीं मदन सहनी के बारे में माना जा रहा है कि वे भी मंत्री बन सकते हैं जबकि जदयू प्रवक्ता रहे नीरज कुमार के भी पहली बार कैबिनेट में जगह मिल सकती है.
एक बात साफ है कि इस कैबिनेट में मुसलमानों का प्रतिनिधित्व महज सांकेतिक होगा. सीमांचल के चार मुस्लिम जेडीयू विधायकों के कैबिनेट में शामिल होने की संभावना कम है.
दूसरी तरफ नीरज बबलू या ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू,अनिल सिंह या रजनीश सिंह के बारे में भी चांस है कि ये मंत्री बनेंगे. दूसरी तरफ भाजपा के पुराने चेहरों में नंद किशोर यादव,प्रेम कुमार जबकि नया नाम मंगल पाण्डेय,रामनारायण मंडल हो सकते हैं. इसी तरह अरुण सिन्हा या नितिन नवीन के नाम का भी जिक्र चल रहा है.
एक खास बात यह माना जा रही है कि रामविलास पासवान के भाई पसुपति कुमार पारस नीतेश कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं. पासवान परिवार कल ही नीतीश से मिला है.
हालांकि आरएलएसपी से एक मंत्री बन सकता है जबकि हम के नेता जीतन राम मांझी के एक सदस्यीय पार्टी से मांझी मंत्री नहीं बनेंगे, ऐसी चर्चा है.