जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 12 मई को बनारस में होने वाली सभा को सफल बनाने के लिए पूरा जदयू जुट गया है। यह सभा जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद केसी त्यागी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। श्री त्यागी के परामर्श पर ही नीतीश कुमार ने बनारस के पिडंरा में सभा करने को तैयार हुए थे। इसके पीछे तर्क दिया गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ राष्ट्रव्यापी गोलबंदी की शुरुआत उनके ही संसदीय क्षेत्र बनारस से किया जाए। उधर इस सभा में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के शामिल होने को लेकर संशय बरकरार है। पार्टी की ओर अभी इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की गयी है।
नौकरशाही ब्यूरो
सभा भले बनारस में हो रही हो, लेकिन पूरी ताकत बिहार जदयू ने झोंक दी है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरसीपी सिंह, मंत्री श्रवण कुमार, जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष श्याम रजक समेत सरकार के कई मंत्री, संगठन के पदाधिकारी, आयोगों के अध्यक्ष और सदस्य बनारस में कैंप कर रहे हैं। जदयू के नेता अरविंद निषाद मल्लाह समाज के बीच सघन जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं और सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।
बनारस से जौनपुर जाने वाली सड़क के किनारे स्थित है पिंडरा कस्बा। यह बाबतपुर हवाई अड्डा के पास है। बनारस से करीब 30 किली दूर है। सभा स्थल से करीब 15-20 किमी दूरी में जदयू के नेता दिन-रात जुटे हुए हैं। सुबह प्रचार में निकल रहे हैं और देर शाम बनारस लौट आते हैं। सभा के प्रचार में जुटे नेताओं ने बताया कि नीतीश कुमार की सभा को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार के अभियान को व्यापक समर्थन मिल रहा है। वस्तुस्थिति क्या है, वह तो कल सभा आयोजित होने के बाद ही पता चलेगा। लेकिन पार्टी अपनी ओर से कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है।