मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू के नहीं शामिल होने पर कहा कि मीडिया में कयास लगाये जा रहे थे, मगर जदयू की ओर से इस बारे में कोई बयान तक नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि आपकी खबरों पर डार्लिंग (लालू प्रसाद) को भी मौका मिल गया. इस मुद्दे को लेकर क्या क्या नहीं कहा गया है. मीडिया को खबर छापने और दिखाने के पहले हमसे जरुर पूछ लेना चाहिए. इस मामले को लेकर कोई सच्चाई नहीं है.
नौकरशाही डेस्क
बता दें कि रविवार को केंद्र की मोदी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया, जिसमें जदयू को भी मंत्रिमंडल में शामिल करने के कयास लगाये जा रहे थे. मगर ऐसा हुआ नहीं, जिस पर जदयू के वरिष्ठ नेता ने रविवार को ही कहा था कि यह एनडीए का नहीं, भाजपा का फेरबदल है. वहीं, आज इस मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार ने जन संवाद कार्यक्रम के दौरान दो टूक जवाब देते कहा कि जदयू ने मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर कोई बयान नहीं दिया लेकिन मीडिया में लगातार कयास लगाये जा रहे थे. अब मीडिया के कयास गलत साबित हो गए हैं और इस चैप्टर को अब बंद कर देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि कयास लगाने की जरुरत नहीं है. आप लोगों को सीधे मुझसे पूछ लेना चाहिए. मैं गांधी जी को मानता हूं. मीडिया के खिलाफ कुछ नहीं बोलूंगा. आप लोगों को जो लगता है चलाइए, लेकिन एक रिक्वेस्ट है कि जदयू से संबंधित कोई भी बात हो तो मुझसे पूछ लीजिए. हो सकता है कि मैं तत्काल जवाब न दूं, काफी व्यस्त रहता हूं, लेकिन वक्त निकालकर आपको जवाब जरूर दूंगा.
सीएम ने एनडीए में साथ जाने के अपने फैसले को बिहार की जनता के हित बताते हुए कहा कि हमलोगों की शुरू से ही करप्शन को लेकर जीरो टोलरेंस और न्याय के साथ विकास की नीति रही है. उन्होंने बिहार में आई बाढ़ पर कहा कि सरकार बाढ़ पीड़ितों के लिए सरकार हरसंभव मदद कर रही है. पीड़ितों लोगों के अकाउंट में राहत राशि ट्रांसफर किये जा रहे हैं. आजीटीएस के माध्यम से लगभग 4 लाख 92 हजार लोगों के अकाउंट में रुपये ट्रांसफर किए जा चके हैं.