केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने आरोप लगाया और कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा को अपने एजेंडा से निकाल दिया है, जिसके कारण राज्य में शिक्षा की स्थिति काफी खराब हो गयी है। श्री कुशवाहा ने पटना में कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार पहले सुशासन के नाम का रट लगाते हुए नहीं थकते थे लेकिन अब वह इसे भूल गये हैं ।
उन्होंने कहा कि श्री कुमार इन दिनों अपने निश्चय यात्रा के क्रम में जिलो का दौरा कर रहे हैं लेकिन सुशासन की चर्चा कहीं नहीं करते । केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार के सुशासन का दावा अब खोखला साबित हो रहा है । राज्य में विधि- व्यवस्था की स्थिति किसी से छुपा नहीं है और आये दिन घटनाएं होती रहती है । उन्होंने कहा कि श्री कुमार अपने निश्चय यात्रा के दौरान विधि- व्यवस्था में सुधार और शिक्षा की बेहतरी के लिये किये जा रहे कार्यों की चर्चा तक नहीं करना चाहते हैं ।
श्री कुशवाहा ने कहा कि शिक्षा के बगैर विकास की कल्पना ही नहीं की जा सकती । पूर्व प्रधानमंत्री श्री वाजपेयी के कार्यकाल में सर्वशिक्षा अभियान की शुरूआत की गयी थी और इसका मुख्य उद्देश्य था सबको बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना । उन्होंने कहा कि इसके बावजूद बिहार के स्कूलों और कॉलेजों में बड़े पैमाने पर शिक्षकों का पद रिक्त हैं । बिहार में स्कूल और कॉलेज शिक्षकों के बगैर ही चल रहा है ।