मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने दिल, जुबान और आंखों की भूमिका निभाने वाले नौकरशाहों को फिर से काम पर लगा दिया है. आप जानना चाहेंगे कि नीतीश का दिल कौन है, आंखें कौन और जुबान कौन?
इर्शादुल हक, सम्पादक नौकरशाही डॉट इन
राजनीति की पेचीदा जंग में भरोसेमंद सिपहसालारों का मोर्चा बनाने में महीनों नहीं वर्षों लगते हैं. इस लिए नीतीश ने जीतन मांझी द्वारा किनारा किये गये विश्वस्त नौकरशाहों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के लिए वापस बुला लिया है.
डीएस गंगवार
डीएस गंगवार को नीतीश ने डीएस गंगवार को योजना एंव विकास से बुला कर मुख्यमंत्री सचिवालय में प्रिंसिपल सेक्रेटरी बना दिया है. मुख्यमंत्री सचिवालय यानी खुद मुख्यमंत्री का कार्यालय. मुख्यमंत्री कार्यालय का बॉस सैद्धांतिक रूप से भले ही चीफ सेक्रेटरी से कमतर होता है लेकिन व्यावहारिक रूप से वह नेक्स्ट टु सीएम ही माना जाता है. पिछले वर्षों में मुख्यमंत्री सचिवालय के एक आला अफसर ने इस बात का आभास भी करा दिया है. इस तरह गंगवार मुख्यमंत्री के करीब हो कर उनके दिल की भूमिका में होंगे. गंगवार सीएम नीतीश के कितने करीबी हैं इसकी एक मिसाल काफी है कि वह तत्कालीन मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी तक के लिए गंभीर चुनौती बने रहे. तभी तो मांझी के करीबी मंत्री रहे विनय बिहारी को कहना पड़ा कि गंगवार उनसे मिलना तो दूर फोन पर भी बात करने को तैयार नहीं होते. जिन चंचल कुमार को मांझी ने दर किनार कर दिया ता उन पर फिर से भरोसा जताते हुए नीतीश ने अपने करीब बुला कर मुख्यमंत्री सचिवालय का सचिव बना दिया है. चंचल, गंगवार का सहोयग करेंगे.
आमिर सुबहानी
इसी तरह पिछले चार सालों से लगातार गृह जैसे संवेदनशील विभाग की कमान संभालते रहे आमिर सुबहानी को मांझी ने पिछले दिनों हटा दिया था उन्हें फिर से नीतीश ने वही जिम्मेदारी सौंप दी है. माना जाता है कि आमिर लॉ ऐंड आर्डर के मामले में नीतीश कुमार की आंख हैं. यानी आमिर उन्हें जो दिखायें, नीतीश वही देखते हैं. मतलब आमिर पर नीतीश के भरोसे का यह हाल है. आमिर वैसे अफसरों में हैं जो एक पद पर लगातार सबसे ज्यादा साल तक काम कर चुके हैं.
प्रत्यय अमृत
पिछले पांच-सात वर्षों में नीतीश कुमार के विश्वस्तों की सूची में बड़ी तेजी से जगह बनाने वाले प्रत्यय अमृत को नीतीश कुमार ने सूचना एंव जन सम्पर्क का विभाग सौंप दिया है. सनद रहे कि आने वाले आठ महीनों में सरकार की छवि को चमकाये रखना रणनीतिक रूप से बहुत जरूरी है. इस प्रकार प्रत्य अमृत नीतीश कुमार की जुबान की भूमिका निभाने को फिर तैयार हैं. याद करने वाली बात है कि प्रत्य अमृत वही आईएएस अफसर हैं जिनके लिए नीतीश कुमार ने पुल-पुलिये के निर्माण के लिए बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड नामक एक कम्पनी बना कर उसकी कमान उन्हें सौंप दी थी. इस कम्पनी ने हजारों करोड़ का मुनाफा भी कमाया.
इसी तरह अमृत लाल मीणा, जिन्हें अनुसूचित जाति का होने के कारण, मांझी ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपते हुए मुख्यमंत्री सचिवालय में प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनाया, उन्हें नीतीश ने बिना देर किये नगर विकास में भेज दिया है.
उच्च स्तर पर इन तबादलों के बाद नीतीश अभी कुछ और तबादले करेंगे. और फिर व्यावहारिक रूप से शुरू होगा उनके सरकार का कामकाज.
आइए देखें नीतीश ने कल के तबादले में किस नौकरशाह को कहां से ला कर कहां बिठाया और किसको शंट कर दिया.
कहां थे कहां गए
शिशिरसिन्हा प्रधान सचिव, भूतत्व एवं खान- प्रधान सचिव, पीएचईडी
सुधीर कुमार राकेश महानिदेशक, बिपार्ड – प्रधान सचिव, पंचायती राज
अरुण कुमार सिंह प्रधान सचिव, विज्ञान-प्रावैद्यिकी- प्रधान सचिव, पथ निर्माण
त्रिपुरारी शरण प्रधान सचिव, कृषि- प्रधान सचिव, उद्योग
रवि मित्तल प्रधान सचिव, उद्योग- प्रधान सचिव, वाणिज्य कर
बाला प्रसाद सचिव, वाणिज्य कर- प्रमंडलीय आयुक्त, पटना
आमिर सुबहानी प्रधान सचिव, सामान्य प्रशासन- प्रधान सचिव, गृह
सुधीर कुमार प्रधान सचिव, गृह – प्रधान सचिव, कृषि
धर्मेंद्र सिंह गंगवार प्रधान सचिव, योजना -विकास– प्रधान सचिव, सीएम सचिवालय
अंशुली आर्या प्रधान सचिव, पीएचईडी- प्रधान सचिव, भवन निर्माण
अमृत लाल मीणा प्रधान सचिव, सीएम सचिवालय- प्रधान सचिव, नगर विकास
दीपक प्रसाद प्रधान सचिव, पर्यटन -प्रधान सचिव, योजना-विकास
प्रत्यय अमृत सचिव, ऊर्जा विभाग- सचिव, सूचना जनसंपर्क (अ.प्र.)
एस एम राजू सचिव, ग्रामीण विकास- सचिव, एससी-एसटी कल्याण
एस सिद्धार्थ सचिव, श्रम संसाधन सचिव, -विज्ञान एवं प्रावैद्यिकी (अ.प्र.)
चंचल कुमार सचिव, ग्रामीण कार्य सचिव, -मुख्यमंत्री सचिवालय
हुकुम सिंह मीणा सचिव, खाद्य उपभोक्ता- सचिव, राजस्व एवं भूमि सुधार
हरजोत कौर सचिव, पथ निर्माण- सचिव, पर्यटन
राहुल सिंह एमडी, बेलट्रान- सचिव, निबंधन-उत्पाद
प्रदीपकुमार सचिव, पंचायती राज -सचिव, ग्रामीण विकास
पंकज कुमार सचिव, निबंधन एवं उत्पाद सचिव, खाद्य उपभोक्ता
विनय कुमार सचिव, पशु एवं मत्स्य सचिव, ग्रामीण कार्य विभाग
मनीष कुमार वर्मा अपर आयुक्त, वाणिज्य कर एमडी, पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन
आर लक्ष्मणन अपर सचिव, सामान्य प्रशासन एमडी, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन
उदय कुमार सिंह निदेशक, ग्रामीण जलापूर्ति संयुक्त सचिव, पीएचईडी
शैलेश ठाकुर निदेशक, खाद्य प्रसंस्करण निदेशक, उद्योग (अ.प्र.)