भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि बिहार के लोगों का डीएनए तो विश्वास, सद्भाव और अतिथि सत्कार का है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का राजनीतिक डीएनए धोखा, तिरस्कार और अहंकार से बना है।
श्री मोदी ने पटना कहा कि उन्होंने लोहिया के गैरकांग्रेसवाद से लेकर भाजपा और महादलित नेता जीतनराम मांझी तक को धोखा दिया । उन्होंने कहा कि कांग्रेस की संगत का असर है कि श्री नीतीश कुमार खुद को बिहार का पर्याय बताकर 11 करोड़ बिहारियों का अपमान कर रहे हैं । आपातकाल में इंदिरा गांधी भी स्वयं को भारत समझने लगी थीं। इसका अंजाम उन्हें भुगतना पड़ा। जल्द हीं श्री कुमार को भी जनता सबक सिखायेगी। भाजपा नेता ने कहा कि बिहार के लोग तो खुद आधा पेट खाकर भी अतिथि को भरपेट भोजन कराते हैं।
अतिथि सत्कार बिहार के डीएनए में है, लेकिन श्री कुमार ने भाजपा नेताओं को दावत देने के बाद सामने से थाली खींचकर साबित कर दिया कि उनका डीएनए अलग है । उन्होंने कहा कि श्री कुमार ने वर्ष 1994 में श्री लालू प्रसाद यादव को धोखा दिया । श्री मोदी ने कहा कि भाजपा ने 17 साल में उन्हें दो बार केंद्रीय मंत्री और तीन बार मुख्यमंत्री बनाया । इसके बावजूद उन्होंने श्री नरेंद्र मोदी के बहाने गठबंधन तोड़कर भाजपा को धोखा दिया । उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 में श्री लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस के जंगलराज के विरुद्ध जनादेश मिला था लेकिन श्री कुमार जनता को धोखा देकर उसी श्री यादव के पैर पर गिर गए, जिनके खिलाफ वोट मांगकर सत्ता में आये थे। यह विश्वासघात का डीएनए श्री नीतीश कुमार का है, बिहार की जनता का नहीं ।