राज्यसभा उपचुनाव में जदयू उम्मीदवारों का मुखर विरोध करने वाले चार विधायकों की सदस्यता आज समाप्त कर दी गयी। विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने इस मामले में सुनवाई पूरी करने के बाद अपना फैसला सुनाया। श्री चौधरी ने जदयू के बाढ़ से विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक समय बेहद करीबी रहे ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू, महुआ के विधायक रविन्द्र राय, छातापुर के विधायक नीरज कुमार बबलू और घोसी के विधायक राहुल शर्मा की विधानसभा की सदस्यता समाप्त कर दी।
बिहार ब्यूरो प्रमुख
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिछले जुलाई में राज्य सभा उपचुनाव के दौरान जदयू के दो उम्मीदवारों गुलाम रसूल बलिवायी और पवन वर्मा के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन किया था। ये चारों विधायक दोनों उम्मीदवारों के चुनाव एजेंट बने थे। हालांकि निर्दलीय दोनों उम्मीदवारों के प्रस्तावक जदयू के बागी और निर्दलीय विधायक बने थे। निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अनिल शर्मा और साबिर अली उपचुनाव लड़ रहे थे।
यह भी उल्लेखनीय है कि स्पीकर कोर्ट में पार्टी के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने सिर्फ चार विधायकों के खिलाफ सदस्यता समाप्त करने के लिए आवेदन दिया था। इसी आलोक में कई सुनवाइयों के बाद आज स्पीकर ने चारों विधायकों की सदस्यता समाप्त कर दी। हालांकि इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने से मना कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, सीएम इस मामले को टालने के पक्ष में थे, लेकिन नीतीश कुमार के दबाव में स्पीकर उदय नारायण चौधरी ने चारों विधायकों की सदस्यता समाप्त कर दी।