17 जनवरी को जब सीएम नीतीश यहां आयेंग तो यह गांव अचानक सुर्खियों में आयेगा. लेकिन नौकरशाही डॉट कॉम आज बता रहा है कि सरकार के सात निश्चय ने जमुई की दलित बस्ती लछुआड़ की तकदीर व तस्वीर कैसे बदल के रख दी है. आप भी जान लीजिए.
लछुआड़(जमुई)से लौटकर
मुकेश कुमार, नौकरशाही ब्यूरो
सूबे के मुख्यमंत्री,नीतीश कुमार के सात निश्चय यात्रा ने लछुआड़ के महादलित बस्ती की तस्वीर बदल दी है।आगामी 17 जनवरी को उनके आगमन को लेकर एक तरफ जहाँ प्रशासनिक तैयारियाँ जोरो पर है।वहीं दूसरी ओर भगवान महावीर की जन्मस्थली कुंडग्राम लछुआड़ की तस्वीर बदलने लगी है।सात निश्चय में शामिल स्वच्छता मिशन के तहत स्वच्छता का प्रकाश लछुआड़ के वार्ड नंबर 10 में स्थित महादलित टोले में जगमगा उठा है।
वर्षो बाद इन महादलित बस्ती में हर घर नल और खुले में शौच जाने की झंझट और जिल्लत से अब यहाँ के लोगो को मुक्ति मिल गई है।अब शंकर और पूना मांझी के चेहरे पर खुशी और हर्ष साफ झलक रही थी। मानो इस महादलित टोले में उत्सव सा माहौल देखा जा रहा है।जिसे देखें हर के चेहरे पर एक अजीब सी खुशी छायी है।क्योकिं सरकार ने इन्हें भी अन्य सम्पन्न लोगों की तरह स्वच्छ जल के साथ हर घर में शौचालय का निर्माण करवाकर महादलितों की इस बस्ती को स्वस्थ और करने का बीड़ा उठा लिया है। इसकी सर्वत्र चर्चा गूंज रही है।
स्वच्छ पेयजल और शौचालय बनने से महादलित परिवार के लोगों का अपने समाज में मान बढ़ने लगा है।बेटे और बेटियों की शादी के लिए समाज की सोंच बदलने लगी है। लोगों का कहना है कि अब नयकी दुल्हनियाँ खुले में शौच नहीं जाएगी।
हर मौलिक सुबिधाओं पर गौर फरमाएं तो कभी मिट्टी के टूटे फूटे झोपड़ीनुमा घर और बदतर जिंदगी जीने को विवश आज इस बस्ती में रहने को पक्का मकान ,मुफ्त बिजली ,घर के आँगन में स्वच्छ पेयजल,शौचालय का निर्माण हो जाने से पूर्व की बिगड़ी हुई तस्वीर सजने व संवरने लगी है।