मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के योगी सरकार के मंत्री केशव प्रसाद के बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में किसान आंदोलन कर रहे हैं। किसानों के लिए केंद्र सरकार अब तक कोई राष्ट्रीय नीति नहीं ला पायी है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा द्वारा किये गये वादों को याद दिलाते हुए कहा कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में भी किसानों के लिए कई वादे किये थे। लेकिन, आज भी किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है।
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बिहार में चुनाव कराने को लेकर दिये बयान पर पलटवार करते हुए शर्त रखी कि बिहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी चुनाव एक साथ कराये जाएं, तो मैं बिहार में चुनाव कराने को तैयार हूं। साथ ही कहा कि दोनों राज्यों के सांसद और विधायक इस्तीफा देकर चुनाव में उतरे, तो स्थिति स्पष्ट हो जायेगी।
लोकसंवाद में पहुंचे 5 लोग
नीतीश कुमार के लोकसंवाद में बुलाये गये आठ लोगों में मात्र पांच लोग ही सुझाव देने पहुंचे। लोक संवाद में भागलपुर के राजीव झा ने सीएम नीतीश को सुझाव दिया कि पुलिस की मदद को लेकर आम लोगों के लिए एप विकसित किया जाये। वहीं, मुंबई से आये अमित सिंह ने महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए मोबाइल एप का सुझाव दिया। सुबोध कुमार ने मुख्यमंत्री को सुझाव दिया कि जमीन की खरीद-बिक्री चहारदीवारी करा कर की जाये। इससे जमीन की पहचान करने में परेशानी नहीं होगी। सुबोध के सुझाव पर सीएम ने कहा, जमीन की समस्या हर जगह है। साथ ही जमीन की समस्या के समाधान के लिए अधिकारियों से अध्ययन करने को कहा।