मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डीएम-एसपी से साफ कहा है कि किसी भी स्थिति में साम्प्रदायिक या जातीय सद्भवा बनाये रखा जाये वे न भूलें की ये उनकी जिम्मेदारी है.
राज्य के डीएम एसपी की बैठक को सम्बोधित करते हुए नीतीश ने साफ कहा है कि जातीय या साम्प्रदायिक सद्भाव बिगड़ने की स्थिति में डीएम और एसपी को कैम्प करना होगा और स्थिति को सामान्य बनाने तक वहां मौजूद रहना होगा.
डीएम एसपी की बैठक के बाद कैबिनेट सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में डीएम और एसपी को यह भी हिदायत दी है कि इधर कुछ दिनों से बिजली के लिए लोग सड़क पर उतर जाते हैं ऐसी स्थिति में हिंसा की संभावना रहती है इसलिए ऐसे मामलों को नजरअंदाज न किया जाये.
उन्होंने कहा कि दुर्घटना में हुई मौतों में मृतक के परिजनों को तत्काल सहायता पहुंचायी जाये.
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि सैप के जवानों को विधि व्यवस्था में न लगायें बल्कि उनका उपयोग संगठित अपराध या नक्सली हिंसा होने की स्थिति में किया जा सकता है.
इस अवसर पर राज्य के तमाम जिलों के डीएम और एसपी समेत कुछ आला अधिकारी भी मौजूद थे.
बैठक में जिला अधिकारियों ने विभिन्न जिलों की ताजातरीन स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत करया.