लालू परिवार पर 7 जुलाई को पड़े छापे के 12 वें दिन नीतीश कुमार ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है. उन्होंने दिल्ली में जो दो टूक बयान दिया है उससे गठबंधन दलों के नेताओं के दिलों की धड़कनों पर क्या असर पड़ेगा?
नीतीश कुमार ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा है कि बिहार में गठबंधन सरकार में कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा राजद, जद यू व कांग्रेस की गठबंधन सरकार को कोई खतरा नहीं है. एक चैनल ने उनसे पूछा कि तेजस्वी यादव के इस्तीफे को ले कर बिहार की सरकार के दलों के अंदर मतभेद काफी बढ़ा है ऐसे में इसका सरकार के भविष्य पर क्या असर पडेगा. इस सवाल के जवाब में नीतीश ने कहा कि उनकी सरकार पूरी तरह से स्थिर है और इस विवाद से उस पर कोई खतरा नहीं है.
हालांकि नीतीश ने तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार के आरोप में हुई एफआईआर पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
गौरतलब है कि तेजस्वी यादव के मंत्रिपद से इस्तीफे की मांगों और जद यू व भाजपा नेताओं के साथ साथ राजद नेताओं के बीच आपसी बयानबाजियों का लम्बा दौर चला है. लेकिन इस दौरान नीतीश कुमार की तरफ से कोई बयान नहीं आया था. यह नीतीश का इस मुद्दे पर पहला बयान है.
नीतीश के इस बयान के बाद से गठबंधन की सलामती चाहने वालों के दिलों की बढ़ी धड़कनें सामान्य होने में मदद मिल सकती है.