मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अपने सहयोगी दल राजद के शासन काल का जमकर उपहास उड़ाया। अपने ‘बड़े भाई’ लालू यादव के राज में पुलिस की बदहाली का खूब मजाक उड़ाया। पटना में पुलिस पदक समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एक समय था, जब पुलिस के पास ठेलको गाड़ी होती थी। थानेदार गाड़ी पर बैठते थे और जवान उसे ठेलते थे। चालू होने पर गाड़ी इतनी आवाज करती थी कि अपराधी भाग निकलते थे।
नौकरशाही ब्यूरो
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नीतीश कुमार ने कहा कि हमारे सत्ता में आने के बाद पुलिस का मिजाज बदला, कार्यशैली बदली और पुलिस में लोगों का विश्वास बढ़ा। उन्होंने कहा कि हम हर तरह की सुविधाएं पुलिस को दे रहे हैं। संसाधन मुहैया करा रहे हैं तो हमें भी आपसे हर हालत में चुस्त-दुरुस्त कानून व्यवस्था चाहिए। रुल आफ लॉ से कोई समझौता नहीं होगा। सीएम ने ठेठ अंदाज में कहा कि बदमाश को ठंडा किए रहिए। ठंडा करने का नुस्खा आप जानते ही हैं।
पुलिस अधिकारियों को फटकारा
सीएम ने सुमित कुमार और सुनील कुमार जैसे वरीय अधिकारियों को नाम लेकर कहा कि आप अपनी जिम्मेवारियों का निर्वाह नहीं कर रहे हैं। जो काम आपको सौंपा गया है, उसे समय से पूरा करें। सरकार के स्तर पर संसाधनों की कोई कमी होने दी जाएगी। उन्होंने गांधी मैदान थाना भवन की तारीफ करते हुए कहा कि पुलिस बल में महिलाओं की संख्या बढ़ रही है। इसलिए थाना भवन के निर्माण में उनकी सुविधाओं का भी ख्याल रखा जाना चाहिए।
चुनौतीपूर्ण है कार्य
सीएम ने कहा कि पुलिस का कार्य चुनौतीपूर्ण है। इसका मुकाबला हमारे जवान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस ने जनता विश्वास अर्जित किया है, भरोसा जीता है। इस हर हाल में कायम रखना है। अपराध के ग्राफ में गिरावट आयी है और इसे बनाए रखना है।
45 का सम्मान
सीएम ने वीरता पदक से चार पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया। जबकि 12 आइपीएस अधिकारियों को सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया गया। इसके साथ के बिहार पुलिस के 29 पदाधिकारी व जवानों को भी सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया गया।