‘डीएनए’ टिप्पणी से आहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फेसबुक , ट्विटर के बाद अब चेंज डॉट ओआरजी पर शब्द वापसी ( टेक बैक योर वर्ड्स) नाम से एक सोशल कैंपन शुरू किया है, जिसके जरिए लोगों से समर्थन मांगा जा रहा है।
चेंज डॉट ओरजी वेबसाइट पर बिहार की आम जनता की ओर से याचिका (पेटीशन) डाली गयी, जिसमें मुजफ्फरपुर की रैली के दौरान डीएनए टिप्पणी का जिक्र किया गया है। साथ ही टिप्पणी के बाद मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर शब्द वापसी के अनुरोध का हवाला देते हुए कहा कि इससे बिहार के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। इसके अलावा गया रैली के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा बिहार को बीमारू बताने और बिहारवासियों को दुर्भाग्यशाली कहे जाने के विरोध में लोगों से समर्थन मांगा गया है।
कैंपेन शुरू होने के बाद कुछ पल बाद से सोशल नेटवर्किंग यूजर ने टेक बैक योर वर्ड्स कैंपन को अपना समर्थन देना शुरू कर दिया है और अब तक करीब 200 से अधिक लोगों ने इसे अपना समर्थन दिया है। कैंपेन को समर्थन देने वाले यूजर जयंत कुमार का कहना है इस मुद्दे पर मोदी जी को जवाब देना ही पड़ेगा कि हमारे डीएनए में क्या खराबी है कि हमें अब गुजरात से डीएनए प्रत्यर्पण करवाना होगा। इसी तरह महेन्द्र सिंह का कहना है कि मोदीजी ने पूरे बिहार का अपमान किया है। बिहार की जनता उनको कभी माफ़ नही करेगी। वहीं एक अन्य यूजर दिनेश तिवारी ने प्रधानमंत्री से डीएनए टिप्पणी का सन्दर्भ स्पष्ट करने का अनुरोध किया है।