जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां राज्यपाल से मुलाकात कर औपचारिक रूप से सरकार बनाने का दावा पेश किया और कहा कि उन्हें अपनी पार्टी समेत सहयोगी दलों के विधायकों का र्समथन प्राप्त है और वह अल्पावधि में भी विधानसभा में बहुमत साबित कर देंगे।
श्री कुमार के साथ पार्टी अध्यक्ष शरद यादव, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह भी राजभवन गये और राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी से मुलाकात कर सरकार गठन के लिए बुलाये जाने का अनुरोध किया। उन्होंने राज्यपाल को बताया कि श्री कुमार को कुल 131 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। राज्यपाल से मुलाकात के बाद शरद यादव, लालू यादव व नीतीश कुमार ने पत्रकारों से कहा कि उनके साथ पूरा बहुमत विधायकों का है। हमने राज्यपाल को समर्थक विधायकों की लिस्ट सौंपी है।
मांझी को जदयू से निकाला
इससे पहले मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को आज अनुशासनहीनता के आरोप में जनता दल.यू. से निष्कासित कर दिया गया। जनता दल. यू. के महासचिव के सी त्यागी ने नई दिल्ली में कहा कि श्री मांझी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मिली भगत से काम कर रहे थे, जिसके कारण उन्हें दल से निष्कासित करने के अलावा पार्टी के पास कोई विकल्प नहीं बचा था। श्री त्यागी ने कहा कि अनुशासनहीनता में लिप्त कुछ विधायकों को भी पार्टी से निकाला जा सकता है । उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास काया6 को आगे बढ़ाने के लिए श्री मांझी को सत्ता साैंपी गयी थी लेकिन उन्होंने जंगल राज स्थापित कर दिया जिससे जनता में त्राहि. त्राहि मची थी।