बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के महागठबंधन में लौटने को लेकर चल रही अटकलों के बीच आज कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल जदयू को समर्थन देने पर तभी विचार कर सकती है जब वह भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ ले और श्री कुमार सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लें।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के छोटे पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव ने पार्टी के 22वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन करने के बाद कहा कि लगातार अटकलें लगाई जा रही हैं कि श्री कुमार फिर से महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं और इसे लेकर उनसे कई बार सवाल भी पूछे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि वह पहले भी कई बार कह चुके हैं कि श्री कुमार के महागठबंधन में लौटने का कोई सवाल ही नहीं उठता लेकिन यदि वह भाजपा से नाता तोड़ लें और सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लें तो उनकी पार्टी जदयू को समर्थन देने पर विचार का सकती है।
श्री यादव ने कहा कि श्री कुमार पिछले वर्ष जब महागठबंधन छोड़कर गये थे तो उन्होंने इसके लिए कोई अनुमति नहीं ली थी। उन्होंने कहा कि श्री कुमार का महागठबंधन छोड़कर भाजपा से हाथ मिलाना वर्ष 2015 में हुये विधानसभा चुनाव में मिले अपार जनादेश का खुला अपमान था। हालांकि उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस के कुछ नेता बयान दे रहे हैं कि श्री कुमार को महागठबंधन में लौटना चाहिए।