पालिटिसियन्स में भले ही नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया पर सब से चर्चित हों पर ब्यूरोक्रेट्स में सैयद अकबरुद्दीन के सामने सारे नौकरशाहा फीके दिखते हैं. सोमवार को वह टॉप 10 ट्रेंड में शामिल हो गये. आखिर क्यों?
विदेश मंत्रालय में प्रवक्ता की भूमिका निभाते हुए अकबरुद्दीन ने काफी सुर्खिया पहले ही बटोर रखी हैं. उनके काम की सराहना कांग्रेस से ले कर भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने तो की ही है इसके अलावा सोशल मीडिया में उनके चाहने वालों की भी लम्बी फौज है.
इन दिनों सैयद अकबरुद्दीन सोशल मीडिया पर फिर छाये हुए हैं. वजह- इन हाईप्रोफाइल डिप्लोमेट को ऐसे समय में संयुक्त राष्ट्र का स्थाई प्रतिनिधि बनाया गया है जब भारत यूएन के स्थाई सदस्य बनने की होड़ में है.
पिछले दिनों अकबरुद्दीन को यह जिम्मेदारी सौंपी गयी. सरकार के इस फैसले से अकबरुद्दीन इतना अह्लादिलत हुए कि उन्होंने ट्विटर पर लिखा- मुझे गर्व है कि मुझे संयुक्त राष्ट्र में भारत की सेवा करने का अवसर मिला है.
1985 बैच के आईएफएस अफसर अकबरुद्दीन ने जब ये बात लिखी तो उसके कुछ ही देर बाद उनको मिलने वाली बधाइयों का तांता लग गया और वह सोमवार को ट्विटर इंडिया के टॉप टेन में ट्रेंड करने लगे.
कांग्रेस के नेता राजीव शुक्ला ने अकबरुद्दीन के इस ट्विट पर जवाब देते हुए कहा भारत संयुक्त राष्ट्र में अपनी स्थाई सदस्यता के लिए दावा पेश कर रहा है ऐसे समय में अकबरुद्दीन की भूमिका काफी अहम हो जाती है. उन्हें हमारी शुभकामनायें.
एक व्यक्ति ने ट्विट किया- अकबर साहब विदेश मंत्रालय में आप अब तक के बेहतरीन प्रवक्ता के रूप में हमेशा याद किये जायेंगे. एक अन्य ने लिखा हमें भारत के इस सपूत पर गर्व है- जय हिंद.
अकबरुद्दीन ने विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रुप में कार्य कर रहे थे. वह साढ़े तीन वर्षों तक मंत्रालय में प्रवक्ता के रूप में काफी सुर्खियों में रहे. सैयद अकबरुद्दीन इंटरनेशनल एटॉमिक इनर्जी एजेंसी में भी काम कर चुके हैं और वह पश्चिम एशिया मामलों के विशेज्ञ माने जाते हैं.