देश के पहले प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू की पुण्य तिथि 27 मई पर सोशल मीडिया में जोरदार बहस चल रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाहर लाल नेहरू को याद करते हुए लिखा, “हम अपने पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को उनकी पुण्यतिथि पर याद कर रहे हैं.
पत्रकार सागारिका घोष (@sagarikaghose) ने ट्वीट किया, “आईआईटी, आईआईएम, बांध, विज्ञान, एचएएल, एनएएल और भारत के नव मध्यम वर्ग की नींव रखने वाले सार्वजनिक उपक्रम. नेहरू के बिना सिर्फ़ गोशाला, गोमाता और गुरुकुल.”
राहुल राज (@withmerahul) ने लिखा, “जवाहर लाल नेहरू की पुण्यतिथि पर सच्चे वैज्ञानिक दृष्टिकोण और राजनेता के स्वभाव वाले प्रधानमंत्री को याद कीजिए.
आनंद सिंह बस्सी ने फ़ेसबुक पर लिखा, “नेहरू को गाली देने से पहले उनकी सिर्फ़ ‘डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया’ पढ़ लेना, ग़लतफ़हमी दूर हो जाएगी. प्लांट किए जाने वाले नज़रिए से बचो दोस्तों. वो बात अलग है कि उसके बाद इस ख़ानदान मे लीडर पैदा होने बंद हो गए. पर उस महान आदमी की कोई तुलना नहीं, सब समस्या बताते हैं पर सटीक समाधान सबसे पहले उसी ने बताया है.”
फ़्रेया जावेरी (@DrFreya) ने ट्वीट किया, “जवाहर लाल नेहरू ने हमारे देश को वो दिशा और दृष्टि दी जिस पर आज ख़तरा मंडरा रहा है.”
”
कुछ लोग सोशल मीडिया पर नेहरू की आलोचना भी कर रहे हैं. गौरव प्रधान (@DrGPradhan) ने प्रधानमंत्री मोदी के ट्वीट को साझा करते हुए लिखा, “जवाहरलाल नेहरू को मतदान में धोखाधड़ी, जीप घोटाले, पाकिस्तान के निर्माण, गर्लफ्रेंड, संयुक्त राष्ट्र की सीट चीन को देने और बकवास के लिए याद कर रहे हैं.”