केंद्र की मोदी सरकार द्वारा की गई नोटबंदी आज एक साल पूरे हो गये. इसके एक साल पूरा होने पर कांग्रेस जहां देशभर में ब्लैक डे मना रही है तो भाजपा ने इसे एंटी-ब्लैक मनी डे के रूप में मनाने का एलान किया है. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 125 करोड़ भारतीयों ने निर्णायक जंग लड़ी और जीती. मैं भारत के लोगों का सम्मान करता हूं, जिन्होंने देश में से करप्शन और ब्लैक मनी को खत्म करने के लिए उठाए गए सरकार के फैसलों का साथ दिया.
वहीं, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोट बंदी को मनी लॉन्ड्रिंग स्कीम बताया और कहा कि नोटबंदी एक ट्रैजिडी है. प्रधानमंत्री के एक बिना सोचे समझे उठाए कदम ने लाखों ईमानदार लोगों के जीवन जीने का तरीका तबाह कर दिया. मोदी सरकार के इस बदलाव से देश की इकोनॉमी की ताकत खत्म हो गई. नोटबंदी से जीडीपी में 2% की गिरावट आई और लाखों वर्कर्स पर इसका असर पड़ा. नोटबंदी से करप्शन खत्म होगा, लेकिन पिछले 12 महीने में एक ही बात सामने आई, वो है ग्रोथ कर रही इकोनॉमी में गिरावट. जीएसटी लागू करना इकोनॉमी के लिए एक और झटका साबित हुआ.
इसके अलावा, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि नोटबंदी से देश के लाखों लोग परेशानी में आ गए. इसके चलते कइयों की जानें और नौकरी गई, कोई भी इससे इनकार नहीं कर सकता है. मोदी ने इकोनॉमी के साथ जुआ खेला. तो भाजपा अध्यक्ष अमित शाह बोले – मोदी सरकार ने नोटबंदी से ना सिर्फ कालेधन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई बल्कि इससे वित्तीय प्रणाली को सुचारू कर मजबूत अर्थव्यवस्था की नींव रखी. नोटबंदी और कालेधन के लिए SIT जैसे बड़े निर्णय देश को कालेधन और भ्रष्टाचार से मुक्त करने की मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को प्रमाणित करते हैं.