प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि 500 एवं 1000 के पुराने नोट बंद करने का फैसला अवैध ढंग से कमाये गये धन और आतंकवाद के वित्तीय पोषण के खिलाफ लड़ाई की शुरुआत भर है। श्री मोदी ने नई दिल्ली में संसद भवन परिसर में भारतीय जनता पार्टी संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी का कदम कोई इकलौता कदम नहीं है। यह फैसला तो काले धन से निपटने के लिये लड़ाई की शुरुआत भर है।
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि भाजपा संसदीय दल ने एक प्रस्ताव भी पारित किया है, जिसमें इस फैसले को काले धन, नकली मुद्रा और आतंकवाद के वित्तीय पोषण के खिलाफ प्रधानमंत्री का ‘ऐतिहासिक निर्णय’ बताते हुए इसकी सराहना की गयी। श्री मोदी ने कहा कि विपक्षी दल नोटबंदी के बारे में कुप्रचार कर रहीं है और भाजपा नेताओं खासकर निर्वाचित प्रतिनिधियों को इसका मुकाबला करना चाहिये। इससे पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी के फैसले से लाखों करोड़ रुपये बैंकिंग प्रणाली के अंतर्गत आ गये हैं और इससे अंतत: सरकारी खजाने और बैंकिंग प्रणाली को गरीबों के लिये अधिक से अधिक कल्याणकारी कदम उठाने में मदद मिलेगी।
श्री जेटली ने कहा कि इतनी बड़ी धनराशि आने से बैंकों की विकास परियोजनाओं में निवेश करने और कृषि एवं ग्रामीण विकास के लिये ऋण देने की क्षमता बढ़ेगी। इससे ऋण की दरें भी घटेंगीं। कुछ बैंकों ने तो ब्याज़ दरें घटानी भी शुरू कर दीं हैं। उन्होंने कहा कि हमने राज्यसभा में विपक्ष को यह कह कर चौंका दिया कि हम तुरंत चर्चा के लिये तैयार हैं।