नोटबंदी के मुद्दे पर कांग्रेस की पहल पर विपक्षी दलों की कल प्रस्तावित बैठक में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी भाग नहीं लेगी और जनता दल यूनाइटेड समेत कई दलों के भी भाग लेने की संभावना कम है। संसद के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिनों में नोटबंदी के मुद्दे में विपक्ष की एकता में दरार आ जाने के बाद कांग्रेस ने इसे पाटने के पहल के तहत गैर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन दलों को एक मंच पर लाने के प्रयास के तहत यह बैठक बुलायी थी, लेकिन माकपा ने यह कहकर कि वह इस बैठक में भाग नहीं लेगी, विपक्षी एकता की मुहिम को पलीता लगा दिया।
जदयू प्रवक्ता के सी त्यागी का कहना है कि इस बैठक का कोई न्यूनतम साझा एजेंडा नहीं तय किया गया है । इसलिए उनकी पार्टी ने इस बैठक में भाग लेने के बारे में अभी तक कोई फैसला नहीं किया है । हालांकि श्री त्यागी ने दो दिन पहले इस बात की पुष्टि की थी कि पार्टी की ओर से वरिष्ठ नेता शरद यादव बैठक में भाग लेंगे ।
इस बीच माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने स्पष्ट कर दिया कि वह कल कांग्रेस के नेतृत्व में होने वाली संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में भाग नहीं लेंगे। श्री येचुरी का कहना था कि संसद के भीतर नोटबंदी के मुद्दे पर लड़ने के लिए विपक्षी पार्टियां एक साथ थीं लेकिन संसद से बाहर इस लड़ाई को लड़ने के लिए इस प्रस्तावित बैठक के लिए ठीक से योजना नहीं बनायी गयी । यहां तक कि राष्ट्रीय जनता दल और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को भी इसी बात को लेकर आपत्ति है । उन्होंने यह भी कहा कि यदि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस बैठक में भाग लेंगी तो त्रिपुरा और पूर्वोत्तर के अन्य मुख्यमंत्री इसमें क्यों नहीं भाग लेंगे ।