ऐसा लगता है कि नौकरशाही के बहाने अब अखिलेश यादव की आजादी पर भी मुलायम सिंह का अंकुश लगता जै रहा है.पिछले दिन अंतिम क्षण में नौकरशाहों के तबादले की सूची रद्द करने के पीछे मुलायम की नसीहत पर अखिलेश को अमल करना पड़ा .
प्रदेश के लचर प्रशासनिक व्यवस्था पर बुधवार को प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने एक बार फिर तल्ख़ टिपण्णी की है.उन्होंने कहा की हाल ही के दिनों में आने वाली प्रोन्नति और तबादला सूची में व्यापक फेर बदल देखने को मिलेगा. सपा प्रमुख ने इशरो में स्पष्ट किया की अब पूरे प्रदेश की प्रशानिक व्यवस्था की ओवरहालिंग की जाएगी.
इससे पहले सोमवार को मुख्यमंत्री अखिलेश ने प्रशानिक अधिकारयों की तैयार तबादला और प्रोन्नति सूचि को निरस्त कर दिया था. हलाकि उस समय सूचि को निरस्त करने कारण सूची में निचले स्तर पर हुई गड़बड़ी को बताया जा रहा था.
पर सत्ता के गलियारों में ये बात बहुत तेज़ी से चल रही थी कि तैयार सूचि के लिए सपा प्रमुख की रजामंदी न मिलने के कारण उसे मुख्यमंत्री अखिलेश को निरस्त करना पड़ा.
आज जब सपा ने सार्वजनिक तौर पर ब्यान दे दिया है तो यह स्पष्ट है जो सूचि निरस्त की गयी थी वो मुलायम की नाराजगी के चलते ही की गयी थी. ऐसा माना जरा रहा है नई सूचि फरवरी के प्रथम सप्ताह में आएगी। ऐसी स्थिति में यह देखना बड़ा रोचक होगा कि सपा प्रमुख राज्य की प्रशानिक व्यवस्था में कितना बड़ा फेरबदल करवा पाते हैं.