बिहार के मुख्यसचिव अंजनी कुमार सिंह इन दिनों कुछ ज्यादा ही परेशान हैं. आखिर क्या है उनकी परेशानी की वजह?
बिहार के मुख्यसचिव राज्य के अपने अधिकारियों की लापरवाही से परेशान हैं. उनकी चिंता है कि सरकारी आदेश के बावजूद अधिकारी गांवों का दौरा कर योजनाओं का जायजा नहीं लेते.
ऐसे में उन्होंने दोहराया है कि अधिकारी गांवों के नियमित दौरे के आदेश का पालन करें.
ध्यान रहे कि चार साल पहले सरकार ने सभी अफसरों को योजनाओं का समय-समय पर जायजा लेने और संबंधित रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था इसके लिए उन्हें गांव-गांव का दौरा करने को कहा गया था लेकिन अफसरों ने इस पर ध्यान तक नहीं दिया.
मुख्यसचिव की परेशानी की वजह यह भी है कि राज्य के कई जिलों में बाढ़ के संकट का सामना है लेकिन इससे निपटने के लिए अधिकारियों के पास कोई विस्तृत रूप रेखा नहीं है. ऐसे में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह को फिर से कहना पड़ गया कि अधिकारी जिलों में जाकर योजनाओं की हकीकत देखें.
जायें गांवों की ओर
मुख्यसचिव ने अफसरों को अगस्त में जिला भ्रमण के दौरान किए जाने वाले कार्यों की प्राथमिकता सूची देकर माह के अंत में रिपोर्ट पेश करने की हिदायत भी दी है. इतना ही नहीं उन्होंने इसके लिए कैबिनेट विभाग को भी सचेत किया है. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट की नियमित समीक्षा की जिम्मेदारी कैबिनेट विभाग को सौंपी गई है, जो यह देखेगा कि अफसरों द्वारा उठाए गए बिंदुओं पर संबंधित विभाग में क्या कार्रवाई हुई है.
इन दिनों बाढ़ की समस्या तो है ही साथ ही कई जिलों में सुखाड़ की स्थिति, बिजली आपूर्ति, खाद्य सुरक्षा अधिनियम, सड़क की मरम्मत जैसे काम धरे पड़े हैं. मुख्यसचिव ने अपने प्रभारी सचिव को यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि वह कम से कम माह में एक बार जिले का भ्रमण करेंगे और स्थितियों का जायजा लेकर समुचित कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे.