देश के सात खस्ताहाल एयरपोर्ट में शामिल पटना एयरपोर्ट की प्रतिष्ठा में अब सुधार की तैयारी शुरू हो गयी है. आने वाले दिनों में इसे न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय उड़ान के लिए तैयार किया जा रहा है बल्कि एक साथ दस हाईजहाज के स्टैंडिंग की भी व्यस्था की जा रही है.
इस एयरपोर्ट के आधुनिकीकरण के लिए आस्ट्रेलिया के मेनहर्ड कंपनी को प्रोजेक्ट कंसल्टेंट बनाया गया है। नया टर्मिनल भवन अत्याधुनिक होगा। मेनहर्ड के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक के बाद पूरे भवन को एक ही चरण में बनाने का निर्णय लिया गया है। नया टर्मिनल सालाना 30 लाख यात्रियों को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा।
एयरपोर्ट को अपग्रेड करने के बाद यहां एक साथ दस विमानों को खड़ा किया जा सकेगा। 10 नए बोर्डिग गेट बनेंगे। वर्तमान में यहां चार फ्लाइट के पार्किंग की जगह है। इसके कारण कई बार विमानों को लैंड करने से पहले काफी देर तक हवा में चक्कर काटना पड़ता है। नया टर्मिनल भवन दो मंजिला होगा।ग्राउंड फ्लोर से विमान से उतरने वाले यात्री बाहर निकलेंगे। जबकि प्रथम तल से यात्री विमान में सवार होंगे। यहां से सीधे फ्लाइट तक पहुंचने के लिए आधा दर्जन एरोब्रिज का निर्माण होगा। इससे यात्री धूप व बारिश से बचे रहेंगे। नए टर्मिनल भवन में प्रवेश करते ही बिहारी कला व संस्कृति की झलक दिखेगी।
फिलहाल पटना एयरपोर्ट देश के सात वर्स्ट एयरपोर्ट में शामिल है. बड़े विमानों की लैंडिंग बड़ी चुनौती है. कई बार छोटे विमान की लैंडिंग में भी परेशानी होती है. लेकिन अब लगता है कि इस एयरपोर्ट की क्वालिटी में सुधार होने वाला है.