पटना के जोनल आईजी इस घटना को लेकर हक्का-बक्का थे. आखिर कोई शातिर खुदको उनका रीडर बता कर अखबारों में अपनी बेगुनाही की खबर आईजी के हवाले से छपवाना चाहता था. पर अब वह गिरफ्तारी के कगार पर है
विनायक विजेता
खुद को पटना के जोनल आईजी सुशील खोपड़े का रीडर राजेश कुमार बता कर जहानाबाद के पत्रकारों का जोनल आईजी के नाम पर बीते गुरुवार को मेल द्वारा प्रेस रीलीज भेजने वाला कोई दूसरा नही बल्कि शातिर अनुभव कुमार ही है। अनुभव मूल रुप से जहानाबाद जिले के परसबीघा थाना अंतर्गत लरसाप-सुल्तानी गांव का रहने वाला है। उसके पिता सुभाष प्रसाद गांव में ही एक स्कूल चलाते हैं।
गौरतलब है कि पटना में एक छात्रा द्वारा फरवरी माह में किए गए सुसाइड मामले में अनुभव वांछित है और उसी मामले में खुद को निर्दोष साबित करने और इस आशय का समाचार, समाचार पत्रों में छपवाने की नीयत से उसने जोनल आईजी कार्यालय, पटना और आईजी के फर्जी हस्ताक्षर वाला एक पत्र मेल द्वारा पत्रकारों को भेजा।
खुद को जोनल आईजी का रीडर बताते हुए गुरुवार को कथित राजेश कुमार ने 9470474223 नंबर के जिस मोबाइल फोन से पत्रकारों को फोन किया वह नंबर का सिमकार्ड भी अनुभव कुमार, पिता-सुभाष प्रसाद ग्राम-सुल्तानी, थाना-परसबीघा, जहानाबाद के नाम से निर्गत है। गुरुवार को ‘फेसबुक’ पर इस आशय का समाचार लिखने के पूर्व जब मैंने भी अपने मोबाइल 9431297057 से कथत राजेश से उसके नंबर 9470474223 पर बात करने की कोशिश की तो फोन किसी दूसरे युवक ने उठाया और पूछे जाने पर कहा कि राजेश जी अभी बाजार गए हैं।
राजेश ने फोन पर की बात
राजेश के बारे में पूछे जाने पर उसने कहा कि राजेश जी जोनल आईजी के रीडर हैं जबकि मेरे द्वारा फोन करने के मात्र एक मिनट पूर्व कथित राजेश ने जहानाबाद के पत्रकार रंजीत राजन से बात की थी। मेरे द्वारा किए गए कॉल को जिस युवक ने उठाया उसके आवाज से लग रहा था कि उसकी आयु 18 से 20 वर्षों के बीच होगी। जहां तक अनुभव का सवाल है वह काफी शातिर बताया जाता है। कुछ माह पूर्व वह जहानाबाद में अपने एक परिचित के मोबाइल रिचार्ज दूकान पर गया और धोखे से दूकानदार का मोबाइल लेकर उसमें से अपने मोबाइल में बैलेंस डाल लिए थे तब दूकानदार और स्थानीय लोगों ने उसकी जमकर पिटाई की थी। संभव है अनुभव ने जोनल आईजी के नाम पर प्रेस रीलीज मेल करने ही राजेश कुमार के छद्म नाम से अपना ईमेल एड्रेस भी बनाया हो। बहरहाल इस मामले को पटना की साइबर क्राइम सेल ने जहानाबाद पुलिस को सौंप दिया है।
जहानाबाद के एसपी आदित्य कुमार ने शनिवार को बताया कि पुलिस की एक टीम इस मामले की जांच में लगी है और जल्द ही उस शातिर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मामले के प्रकाश में आने के बाद अनुभव के देवघर में जाकर छिप जाने की संभावना है। बताया जाता है कि वहां उसका एक चचेरा भाई साईबर कैफे चलाता है।