रात के अंधियारे में अचानक ट्रांस्फर कर दिये गये पटना के एसएसपी जितेंद्र राणा ने पद छोड़ने से पहले यह कह कर सनसनी फैला दी कि बाढ़ से जिन चार युवकों को अगवा करने के बाद उनमें से एक की हत्या कर दी गई थी, वो सब मोकामा से जेडीयू विधायक अनंत सिंह के इशारे पर हुआ था.
राणा के इस खुलासे से एक राजनीतिक तूफान के उठ खड़े होने का अंदेसा है. राणा को हटा कर उनकी जगह विकास वैभव को पटना का एसएसपी बनाया गया है.
गौर तलब है कि 17 जून को बाढ़ में सरे राह चार युवकों को अगवा कर लिया गया था. इनमें से तीन युवकों को छोड़ दिया गया था लेकिन एक युवक की लाश लदमा गांव से मिली थी.
विकास वैभव ने संभला पटना एसएसपी का पद
राणा के मुताबिक ना सिर्फ मोकामा विधायक के इशारे पर इस हत्या को अंजाम दिया गया बल्कि पुलिस ने जिन अपराधियों को इस आरोप में गिरफ्तार किया उन लोगों ने स्वीकार किया कि इस हत्या की सुपाड़ी जनता दल यू विधायक अनंत सिंह ने दी थी.
राणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पकड़े गए अपराधियों को मीडिया के सामने पेश किया. राणा ने साथ ही दावा किया कि एक अपराधी प्रताप ने अपने कबूलनामे में मोकामा विधायक का नाम लिया है. साथ ही कहा है कि इस हत्या की सुपारी विधायक ने ही दी थी.
एसएसपी के मुताबिक कुछ दिन पहले विधायक के परिवार पर बाढ बाजार में कसी गई फब्तियों से विधायक नाराज थे और उसी का बदला लेने के लिए उनके इशारे पर इसे अंजाम दिया गया.
उधर इस मामले के मंजर ए आम पर आने के बाद अनंत सिंह ने घोषणा की है कि वह बुधवार की शाम प्रेस कांफ्रेंस करके अपना पक्ष रखेंगे.
उधर माना जा रहा है कि कानून व्यवस्था की हालत पर लगातार आक्रमण कर रहे विपक्ष ने इस मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है.