तीन दिवसीय सातवां पटना फिल्मोत्सव का आयोजन 4 से 6 दिसंबर तक कालीदास रंगालय में आयोजित किया जाएगा। प्रतिरोध का सिनेमा के नाम से चर्चित पटना फिल्मोत्सव में अंतराष्ट्रीय स्तर के सिनेमा का प्रदर्शन किया जाएगा। पटना फिल्मोत्सव की शुरुआत 2009 में की गयी थी, जिसके बाद से प्रतिवर्ष इसका आयोजन किया जा रहा है। इसके आयोजन में बुद्धिजीवियों को पूरा समर्थन मिल रहा है। इसका आयोजन हिरावल (जन संस्कृति मंच) के तत्वावधान में किया जा रहा है।
सातवां फिल्मोत्सव प्रो एमएम कुलवर्गी, कवि वीरेन डंगवाल, अभिनेता सईद जाफरी, पत्रकार केएम किशन, हेमेंद्र नारायण और अरुण सिंह को समर्पित है। यह विवेकशीलता और भारत की बहुरंगी संस्कृति के पक्ष में आयोजित है। तीन दिनों में कुल 11 फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। फिल्म के आयोजकों के अनुसार, कॉरपोरेट और सत्ता के गठजोड़ के खिलाफ विकल्प की तलाश है पटना फिल्मोत्सव। इसके माध्यम से नयी धारा और नया विकल्प की अवधारणा समाज के सामने प्रस्तुत की जाती है। इसका मकसद व्यावसायिक फिल्मों के हटकर वैचारिक फिल्मों को बढ़ावा देना भी है। इस दिशा में बिहारवासियों का व्यापक समर्थन मिल रहा है।