पटना मे अगमकुआं पुलिस स्टेशन क्षेत्र के में देर रात हुए बम विस्फोट
में जिस घड़ी का इस्तेमाल हुआ है वह बोध गया विस्फोट में भी इस्तेमाल हुआ था। बोध गया ब्लास्ट का आरोप इंडियन मुजाहिदीन पर लगा था। इस आधार पर पुलिस को शक है कि इस बेलास्ट में में आरोपी हेमंत और कुमदन कहीं इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य तो नहीं हैं।
इस बीच इस ब्लास्ट में पुलिस ने हेमंत कुमार और कुंदन कुमार की तलाश कर रही है। जिस घर में ब्लास्ट हुआ उस में यही दोनों रहते हैं।
जिस फ्लैट में यह बम विस्फोट हुआ था, उसमें हिलसा के चिकसौरा थाना क्षेत्र के जमुआरा गांव निवासी हेमंत कुमार और एकंगरसराय थाना क्षेत्र के बजराबाग गांव निवासी कुंदन कुमार रहता था। पुलिस टीम ने जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचकर क्षेत्र को खुद के कब्जे में ले लिया। विस्फोट के पश्चात पटना पुलिस के आदेश पर हेमंत के बड़े भाई लक्ष्मण उर्फ राजलक्ष्मण को स्थानीय पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। एटीएस के इंस्पेक्टर मो. शेख साबिर ने कहा कि हेमंत के बड़े भाई से पूछताछ की जा रही है। घटना के बाद से उसका हेमंत से संपर्क नहीं हो सका है।दूसरे संदिग्ध कुंदन के घरवाले घर से फरार पाए गए। साबिर ने बताया कि धमाका हाई इंटेसिटी का था। मौके से जो 2 टाइम बम बरामद किया गया। उसमें लोटस कंपनी के घड़ी का इस्तेमाल किया गया था। यही घड़ी बोधगया और पटना विस्फोट में इस्तेमाल किया गया था। प्रारंभिक जांच से यह मालुम होता है कि बम तैयार करने के दौरान यह धमाका हुआ है। इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि दोनों संदिग्ध युवक इंडियन मुजाहिदीन के लिए काम कर रहा है। पूछताछ में यह भी उजागर हुआ है कि हेमंत बढऩपुरा प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत था और पटना में अपने तीन भतीजों के साथ रहता है। हेमंत के परिजन उसे निर्दोष बता रहे है।