राजधानी पटना में गुरुवार अतिव्यस्त फ्रेजर रोड स्थित एक अपार्टमेंट के पास मोकामा निवासी और कभी कुख्यात रहे नाटा सिंह के बड़े भाई उमेश नारायण सिंह ने कथित तौर पर अपने पार्टनर मोती सिंह उर्फ मांटी की गोली मारकर हत्या कर दी।
विनायक विजेता
मोती सिंह पूर्व सांसद सुरजभान सिंह का नजदीकी रिश्तेदार है। सुरजभान सिंह के छोटे भाई गुड्डू की शादी मोती सिंह की भांजी से है। मोती सिंह का एक भाई हीरा की पहले ही पानी में डुबकर मौत हो गई।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार मोती सिंह पूर्व में मोकामा का कुख्यात नाटा सिंह उर्फ नाटा सरदार का साथी था पर बाद में नाटा के मारे जाने के बाद वह उसका धूर विरोधी नागा सिंह के साथ मिल गया।
चर्चा है कि कई मामलों में आरोपित मोती सिंह ने ही नाटा को मरवाने में मदद की थी। वर्तमान में मोती मोकामा के ही निवासी व आपराधिक छवि वाले नीरज सिंह के साथ मिलकर नाटा के बड़े भाई उमेश सिंह के साथ किसी दूसरे ठेकेदार के निबंधन पर ठेकेदारी किया करता था।
सूत्र बताते हैं कि तीनों ने मिलकर कुछ माह पूर्व एनटीपीसी में एक काम किया था जिस काम के फायदे का 40 लाख रुपया उमेश नरायण सिंह के पास था। गुरुवार को देर शाम मोती सिंह और नीरज सिंह उसी पैसे और अपने हिस्से के तकादे के लिए फ्रेजर रोड स्थित उमेश सिंह के अपार्टमेंट में पहुंच कर उन्हें नीचे बुलाया जहां लिफ्ट से उतरने के बाद उमेश व मोती सिंह में पैसे को लेकर बकझक शुरु हो गई। इसके बाद आरोप है कि उमेश सिंह ने अपनी कमर से पिस्टल निकाल कर मोती सिंह के सीने में गोलिया उतार दी जिसकी राजेश्वर अस्पताल ले जाने के क्रम में मौत हो गई।
। इस मामले में आपराधिक छवि वाले और मोती सिंह के साथ घटना के वक्त साथ रहे नीरज सिंह के बयान पर गांधी मैदान थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस को उमेश सिंह के आवास से वैसे कई जिंदा कारतूस मिले हैं जिसका उपयोग मोती सिंह की हत्या में हुआ। पटना में घटी इस घटना के बाद एक बार फिर मोकामा के सुलगने की संभावना बलवती हो गई है।
आज से आठ साल पहले भी एक ठीकेदार की हत्या हुई थी जिसे उसके पार्टनर संजय सिंह पर हत्या का आरोप ल गा था.