पटना में पतंगोत्सव मना कर लौट रहे एक मोटरबोट के डूब जाने के दर्दनाक हादसे में 40 से ज्यादा लोग डूब गये इन में से खबर लिखे जाने तक 17 लोगों के मरने की पुष्टि प्रशासन कर चुका है. अनेक लोगों को एडीआरएफ ने बचाने में सफला हासिल की है.
शनिवार को सूरज डूबने से कुछ ही देर पहले यह हादसा हुआ. एनआईटी घाट पर यह बोट पहुंचने ही वाला था कि तब नाव डूबने लगा. कई लोग डर से जान बचाने के लिए कूद भी गये.
शाम होने के बाद लौटने के दौरान ये हादसा हुआ. नाव पर ओवरलोडिंग था जिस कारण ये हादसा हुआ. नाव के असंतुलित होने के बाद उस पर सवार लोग डगमगाने लगे और धड़ा धड़ गिरने लगे.
20 से ज्लोयादा गों को पीएमसीएच भेजा गया है जबकि दो अब भी एनआईटी घाट पर मौजूद हैं. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अब भी अनेक लोग लापता हैं. एसडीआरएफ की टीम लोगों की तलाश कर रही है. सभी पतंग उत्सव से भाग लेकर लौट रहे थे. ऊधर विधान सभा में विपक्ष के नेता प्रेम कुमार घायलों को देखने पीएमसीएच पहुंचे. उन्होंने पत्रकारों से बात चीत करते हुए कहा कि प्रशासन घटना के बाद चेतती है, उसे पहले इंतजाम करने में दिलचस्पी नहीं. उन्होंने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया.