शेयर बाजारों में भारी उथल पुथल के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने निवेशकों को भरोसा देते हुए आज कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के मूल तत्व मजबूत हैं और बैंकों की पूंजी जरुरतों को पूरा किया जाएगा। श्री जेटली ने नई दिल्ली में कहा कि भारतीय शेयर बाजारों में उतार चढाव वैश्विक शेयर बाजारों में हो रही उथल पुथल के प्रभाव का नतीजा है।
श्री जेटली ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था भीतरी रुप से मजबूत है और निवेशकों को घबराने की जरुरत नहीं है। वैश्विक उथल पुथल पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है, लेकिन इससे प्रभावित बैंकों की पूरी मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की पूंजी की आवश्यकता पूरी की जाएगी। इसके अलावा बैंकों को फंसे हुए ऋणों के संबंध में भी सहायता दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में भारतीय रिजर्व बैंक से बात की गयी है।
गौरतलब है कि चीन की अर्थव्यवस्था भारी मंदी के दौर से गुजर रही है, जिसके प्रभाव से विश्व भर के शेयर बाजारों में उतार चढाव हो रहा है। इसका प्रभाव भारतीय शेयर बाजारों पर भी पड़ रहा है। कल कारोबार के दौरान बीएसई का सेंसेक्स 807.07 अंक का गोता लगाकर 08 मई 2014 के बाद के निचले स्तर 22951.83 अंक पर तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 239.35 अंक लुढ़ककर 09 मई 2014 के बाद के निचले स्तर 6976.35 अंक पर अा गया था। बाजार में आयी गिरावट के बीच निवेशकों को 3.18 लाख करोड़ से ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा। मुद्रा बाजार में रुपया भी 45 पैसे टूटकर 28 अगस्त 2013 के बाद के निचले स्तर 68.30 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया है। इस बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बाजार से पैसा निकाला।