पत्रकार राजदेव रंजन के अकाउंट में 13 लाख रुपये की भारी रकम देख कर सीबीआई का माथ ठनक गया है और अब वह उनकी हत्या के नये पहलू तलाशने में जुट गयी है.
गौरतलब है कि हिंदुस्तान के पत्रकार की हत्या मामले में पत्रकारिता का ऐंगल तलाशने वालों को अब झटका लग सकता है. रंजन और उनकी पत्नी के इस ज्वाइंट अकाउंट में 13 लाख रुपये होने की जानकारी सीबीआई को मिली है. एसबीआई के इस अकाउंट से अलग राजदेव रंजन का सैलरी अकाउंट एचडीएफसी बैंक में है.
दैनिक तरुण मित्र इन इस सनसनीखेज खबर का खुलासा किया है.
अखबार का कहना है कि पत्रकारिता के अलावा राजदेव रंजन जमीन डील का काम करते थे. इसलिए 20 हजार रुपये की तन्ख्वाह के पत्रकार के अकाउंट में इतनी बड़ी रकम सीबीआई के लिए हत्या के नये प्लाट की तरफ भी इशारा कर रहा है. तरुण मित्र को इस बात की भी जानकारी मिली है कि हत्या के कुछ दिन पहले उनके अकाउंट में आरटीजीएस के माध्यम से मोटी रकम जमा की गयी थी.
उधर पत्रकार की हत्या के बाद से यह खबर भी समानांतर उड़ती रही है कि रंजन की हत्या जमीन खरीद-बिक्री के विवाद जुड़ी हो सकती है. ध्यान रहे कि पिछले बुद्धवार को ही सीबीआई ने रंजन की हत्या की जांच शुरू की है. इससे पहले बिहार पुलिस ने इस हत्या के मामले में छह लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. उस चार्जशीट में राजद के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का नाम नहीं है. उधर जेल से रिहा होने के बाद शहाबुद्दीन ने कहा था कि वह सीबीआई जांच को पूरा सहयोग देंगे.
लेकिन अब जबकि सीबीआई ने नये सिरे से जांच शुरू कर दी है तो राजदेव रंजन हत्या मामले में नया मोड़ आने के बाद संभव हो कि अब इस मामले में नया खुलासा भी हो. इस मामले में राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन ने तरुण मित्र को बताया है कि वह एक स्कूल में टीचर हैं और उन्हें जो मानदेय मिलता है वह उसमें डालत देती हैं. उन्होंने कहा कि सीबीआई ने भी इस मामले में उनसे बात की है लेकिन उन्होंने सीबीआई से को जवाब देने के लिए कुछ दिनों की मुहलत ले ली है.