विधान सभा चुनाव में बुरी तरह हारने के बाद पप्पू यादव ने तेजस्वी और तेज प्रताप पर की गयी टिप्पणियों पर खेद व्यक्त किया है. पप्पू ने कहा है कि उन दोनों नेताओं के खिलाफ उनके द्वारा कही गयी बात अमर्यादित थी.
पप्पू ने फेसबुक पर लिखी अपनी टिप्पणी में कहा यह सच है कि मैंने चुनाव में लालू प्रसाद जी के दोनों पुत्रों के हार की बातें कही थ्ाी । नहीं हारने की स्थिति में हमने राजनीतिक संन्यास तक की बातें कह दी थी । निश्चित तौर पर मेरा यह दावा अमर्यादित था । किसी भी राजनेता पुत्र के संबंध में ऐसी बातें मुझे नहीं करनी चाहिए थी । अपने अमर्यादित दावे को लेकर मैं आहत हूं और आप सबों से खेद व्यक्त करना आवश्यक है ।
उन्होंने कहा कि भूल को स्वीकारा जाना चाहिए । वैसे भी जाने-अनजाने में की गई गलतियां ज्ञात होने पर मुझे कचोटती है । स्वीकारोक्ति तक मन को शांत नहीं मिलती । चुनाव के दरम्यान नीतीश कुमार जी के सामाजिक-राजनैतिक आधार को हम सभी ठीक से नहीं पढ़ पाये । सोच के स्तर से वास्तविक आधार बहुत अधिक था । परिणाम,महागठबंधन की भारी जीत है । यह बात नतीजों से अब प्रमाणित है कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार जी ने एक-दूसरे के उम्मीदवारों को अपने आधार वोट का सफल स्थानांतरण कराया है ।
गौरतलब है कि पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी ने बिहार में एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हुई. पप्पू यादव पहले राजद में ही थे और मधेपुरा से पार्टी के सांसद थे. लेकिन चुनाव के पहले उन्होंने अपनी पार्टी बना ली थी और वह सीधा लालू प्रसाद और उनके पुत्रों पर आक्रमक टिप्पणियां कर रहे थे.
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