युवा सम्राट, शेर ए बिहार और न जाने ऐसे कितने नामों से खुद को पुकारा जाना पसंद करने वाले पप्पूय यादव ने अचानक एक प्रेस कांफ्रेंस में फफक फफक कर क्यों रोना शुरू कर दिया?
कहते हैं किसी की आंखों से आंसू यूं ही नहीं निकलते. जब दिल तूटता है तो आंसू जारी होते हैं. और फफक फफक कर रोना तो मामले की गंभीरता को और बढ़ा देता है. दर असल कई सालों जेल रहने के बाद जब अजित सरकार हत्या मामले से पप्पू को रिहाई मिली तो वह बिहार के दौरे पर निकल पड़े थे.
औऱ अब पूर्णिया से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन उनके दुखी होने का कारण यह था कि उनके कई कर्मठ कार्यकर्ता उनका साथ छोड़ कर कहीं और ठिकाना खोज चुके हैं. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पप्पू ने अपनी वेदना जाहिर करते हुए कहा कि विरोधियों के पैसे के लालच में हमारे कार्यकर्ताओं ने हमारा साथ छोड़ दिया है.
पप्पू ने इतना कहा और फफफक पडे. पप्पू इतने आहत थे कि वह खुद को संभाल नहीं पा रहे थे.वे पूर्णिया के अर्जुन भवन में एक प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे.
एक समय था जब पप्पू को पैसों के मामले में काफी दरिया दिल माना जाता था और लोग उनके पीछे भागते थे. पप्पू यादव चार बार लोकसभा के सदस्य रहे हैं. उनकी पत्नी भी एक बार सांसद रह चुकी हैं. इस बार पत्नी रंजीता रंजन कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. जबकि अभी तक पप्पू के बारे में यह स्पष्ट होना बाकी है कि वह कहां और किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे.