मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर में प्रस्तावित वाइल्ड लाइफ सफारी को पयटकों को आकर्षित करने वाला बताया और कहा इस सफारी के पूरी तरह से बन जाने के बाद राजगीर ही नहीं पूरे बिहार के प्रति देश-विदेश के पर्यटकों का आकर्षण बढ़ेगा। श्री कुमार ने राजगीर में वन्य प्राणी आश्रयणी स्थित प्रस्तावित वाइल्ड लाइफ सफारी का निरीक्षण किया एवं इसके विकास के लिए अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इस सफारी के पूरी तरह बन जाने के बाद राजगीर ही नहीं पूरे बिहार में पर्यटकों का आकर्षण बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि साइक्लोपियन वॉल, सफारी सहित अन्य पर्यटन स्थलों के विकास से यह क्षेत्र विश्व स्तर का पर्यटन केन्द्र बनेगा।
मुख्यमंत्री ने सफारी में रखे जाने जानवरों की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जानवरों के लिए हर मौसम में पानी की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। सोलर पंप के माध्यम से पानी की व्यवस्था की जाये। उन्होंने वाच टॉवर के माध्यम से पूरे क्षेत्र का जायजा लिया। राजगीर में प्रस्तावित वाइल्ड लाइफ सफारी 191 हेक्टेयर में फैली होगी, इसमें 147.20 हेक्टेयर में सफारी जोन होगा। इस सफारी जोन अन्तर्गत 65.62 हेक्टेयर में शाकाहारी जन्तुओं की सफारी, 20.60 हेक्टेयर में भालू सफारी, 20.63 हेक्टेयर में चीता सफारी, 20.50 हेक्टेयर में बाघ सफारी, 20.54 हेक्टेयर में शेर सफारी होगा। इसी तरह 1.70 हेक्टेयर में पार्किंग जोन, 3.30 हेक्टेयर में रिसेपशन एवं ओरिएन्टेशन जोन, 10.75 हेक्टेयर में वाटर वर्ड एवियरी जोन, आठ हेक्टेयर में मैनेजमेंट जोन एवं 20 हेक्टेयर में खुला मैदान रहेगा।
इस मौके पर राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, वन एवं पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। निरीक्षण के उपरान्त वाइल्ड लाइफ सफारी पर आधारित एक पावर प्वाईंट प्रेजेंटेशन मुख्यमंत्री के समक्ष दिया गया।