बिहार की चालीस में से चार संसदीय सीटों पर पहले चरण में 11 अप्रैल को जहां मतदान होना है वहीं इन क्षेत्रों में कल शाम पांच बजे चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। सतरहवें लोकसभा चुनाव (2019) के लिए इन चार संसदीय क्षेत्रों में पहले चरण के मतदान में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इसके अलावा औरंगाबाद से चार बार सांसद रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सुशील कुमार सिंह, पूर्व सांसद भूदेव चौधरी और पूर्व विधान पार्षद् उपेंद्र प्रसाद, विजय कुमार मांझी, पूर्व विधायक सोमप्रकाश जैसे दिग्गज भाग्य आजमा रहे हैं। इस चरण में 11 अप्रैल को कुल 46 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा।
इन चार संसदीय क्षेत्रों में पहले चरण के मतदान में करीब 17 लाख 38 हजार मतदाता 7486 मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। जिन क्षेत्रों में 11 अप्रैल को मतदान होगा, उनमें गया (सुरक्षित), औरंगाबाद, नवादा और जमुई (सुरक्षित) क्षेत्र शामिल हैं।
हले चरण के चुनाव के लिए राज्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, श्री रामविलास पासवान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार किया। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) की ओर से महागठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार का जिम्मा मुख्य रूप से प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के ही कंधे पर था।
बिहार की इन चार संसदीय सीटों पर वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को तीन और लोजपा को एक सीट पर जीत मिली थी। इस बार भाजपा ने औरंगाबाद के निवर्तमान सांसद सुशील कुमार सिंह और लोजपा ने जमुई के निवर्तमान सांसद चिराग पासवान पर फिर से भरोसा जताते हुए उन्हें दुबारा उममीदवार बनाया है लेकिन गया और नवादा सीट इस बार भाजपा ने अपने सहयोगी दल के लिए छोड़ दिया है।