कुछ चैनल भारत के भक्तनुमा भोले लोगों को मुर्खता से आजाद होने देना नहीं चाहते. टेररिज्म के पोषक राष्ट्र अमेरिका के सनकी राष्ट्रपति को अंकल ट्रम्प बना कर ऐसे पेश कर रहे हैं कि हमारे लोग खुशी से कूद रहे हैं.
इ्रशादुल हक, एडिटर, नौकरशाहीडॉटकॉम
ट्रम्प ने पाकिस्तान को दी जाने वाली डॉलरी मदद रोकने की बात क्या कह दी , ये वाह-वाह कराने लगे. पर अमेरिका के इकोनॉमी की पतली हालत की हकीकत यह है कि वह अब अगर पाकिस्तान जैसे अपने पालतु देशों को मदद ना रोके तो खुद ही बर्बाद हो जाये.
दूसरी बात यह कि अमेरिकी राष्ट्रपति को अंकलनुमा महान बनाने वाले टीवी ऐंकरों तुम इस बात पर क्यों नहीं चीखते कि यह अमेरिका ही है जिसने साढ़े चार लाख टैलेंटेड़ विशेशज्ञ भारतीयों को अपने देश से निकालने का पुख्ता जुगाड़ कर रखा है. जरा हिसाब लगा कर बताते कि ये चार पांच लाख भारतीय साल में 25-25 लाख रुपये ही अपने परिवार के लिए कमाते तो देश को अरबों रुपये जो मिल पाते वह स्वाहा हो जायेंगे.
ट्रम्प या अमेरिका को पाकिस्तान जैसे पालतू देश की जरूरत पड़ती रहेगी. वह इस रूप में ना सही, उस रूप में पाकिस्तान को भारत के खिलाफ भिड़ाये रखेगा. और याद रखो कि अमेरिका को भारत की बढ़ती शक्ति से खतरा है, लिहाजा वह भारत का कभी नहीं होने वाला. इन सब बातों के बावजूद तुम अगर देश की कुछ भोली जनता को ट्रम्प का मुरीद बनाये रखना चाहते हो तो याद रखो एक दिन तुम भी बेनकाब हो जओगे.